राहुल गांधी ने दाखिल किया अध्यक्ष पद के लिए नामांकन
नई दिल्ली. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन करने पहुंचे, तमाम नेता कांग्रेस मुख्यालय पर मौजूद थे.
आज नामांकन का आखिरी दिन है और किसी और उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल नहीं किया.
तो आज शाम तक ही राहुल अध्यक्ष बन जाएंगे.
राहुल के नामांकन के लिए कुल 90 सेट दाखिल होने हैं, हर सेट में दस प्रस्तावक हैं.
अहमद पटेल, मोतीलाल वोहरा, शीला दीक्षित, अशोक गहलोत सब प्रस्तावक बने हैं.
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी भी राहुल के प्रस्तावक बने हैं.
नामांकन से पहले राहुल ने अपनी मां सोनिया गांधी का आशीर्वाद भी लिया था.
इस मौके पर मनमोहन सिंह ने कहा कि वह कांग्रेस पार्टी को आगे ले जाएंगे.
पार्टी सूत्रों के अनुसार, नए पार्टी प्रमुख के लिए राहुल की उम्मीदवारी के प्रस्तावकों में मौजूदा अध्यक्ष के शामिल होने को लेकर कांग्रेस नेताओं में असमंजस था.
बहरहाल, सूत्रों ने साफ कर दिया है कि राहुल द्वारा भरे जाने वाले नामांकन पत्र में सोनिया पहली प्रस्तावक होंगी.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह एक अन्य नामांकन फॉर्म के मुख्य प्रस्तावक होंगे। सूत्रों के अनुसार, राहुल के समर्थन में 75 नामांकन पत्र भरे जाएंगे.
राहुल इस पद के लिए पार्टी से अकेले उम्मीदवार के तौर पर उभरे हैं.
इसने उनके अध्यक्ष बनने का रास्ता साफ लग रहा है.वह सोनिया गांधी की जगह लेंगे, जो 19 वर्ष से इस पद पर हैं.
सूत्रों के अनुसार, सोनिया, मनमोहन प्रस्तावक के रूप में हस्ताक्षर करेंगे.
गुलाम नबी आजाद, एके एंटनी, पी चिदंबरम, सुशील कुमार शिंदे, अहमद पटेल हस्ताक्षर करेंगे.
कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री दस्तावेज पर प्रस्तावक के रूप में हस्ताक्षर करेंगे.
कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी के चेयरमैन एम रामचंद्रन के अनुसार, रविवार तक किसी ने भी इस पद के लिए एक भी आवेदन नहीं भरा है.
राहुल इस पद के लिए पार्टी से अकेले उम्मीदवार के तौर पर उभरे
स्टेट यूनिट डेलीगेट्स को 90 नामांकन फॉर्म दिए गए हैं. अभी तक है. सोमवार को नामांकन भरने की अंतिम तिथि है.
सोमवार को विभिन्न राज्यों के कांग्रेस डेलीगेट्स अकबर रोड स्थित पार्टी मुख्यालय में मौजूद रहेंगे.
राहुल गांधी के नामांकन में कई मुख्यमंत्री भी शामिल हुए.
कैप्टन अमरिंदर सिंह का कहना है कि राहुल गांधी एक परिपक्व और सक्षम नेता हैं.
उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष चुने जाने से 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी को पुनर्जीवित करने में मदद मिलेगी.
वहीं कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया भी राहुल गांधी को गले गले कर बधाई दी.