पद्मावती की रिलीज डेट को लेकर अटकलों का दौर जारी
पद्मावती की रिलीज डेट को लेकर अभी भी अटकलों का दौर जारी है।
विरोध के बाद पद्मावती की रिलीज टल गई थी कहा जा रहा है।
यह फिल्म जनवरी, 2018 में रिलीज हो सकती है।
लेकिन अब ये मार्च तक टलती नजर आ रही है।
कहा जा है कि सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन इतिहासकारों का एक पेनल गठित करने जा रहा है।
क्योंकि फिल्म के निर्माताओं ने कहा है कि इसकी कहानी आंशिक रूप से ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित है।
लेकिन अब ये मार्च तक टलती नजर आ रही
सेंसर बोर्ड से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पद्मावती के निर्माता अनावश्यक रूप से इस मामले को पेचीदा बना रहे हैं ।
इसके साथ एक अस्पष्ट डिस्क्लेमर डाला गया है।
फिल्म के कुछ हिस्से ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित हैं।
सूत्रों का कहना है कि अब फिल्म के कंटेंट की विशेषज्ञों द्वारा नए सिरे से छानबीन की जाएगी।
पहले सेंसर बोर्ड के पास जब फिल्म भेजी गई थी, तब इसके निर्माताओं को इसे वापस भेजा गया था।
क्योंकि निर्माताओं ने उस कॉलम को नहीं भरा था जिसमें ये बताया जाता है कि फिल्म फिक्शन है ।
ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित।
पद्मावती पर जारी विवाद के बीच सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को जमकर खरी-खोटी सुनाई थी।
बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी है।
संजय लीला भंसाली ये फिल्म करीब 18 साल पहले से बनाना चाहते थे।
इसके लिए उस वक्त उन्होंने स्टार कास्ट भी फाइनल कर ली थी, कुछ वजहों से ये फिल्म ठंडे बस्ते में चली गई।
दरअसल, 1999 में सलमान खान, अजय देवगन और ऐश्वर्या राय के साथ ‘हम दिल दे चुके सनम’ बनाने के बाद से ही भंसाली के दिमाग में बाजीराव-मस्तानी और ‘पद्मावती’ की कहानी थी।
फिल्म में सलमान-ऐश की जोड़ी लेने के पीछे उनकी ऑन और ऑफ़स्क्रीन केमिस्ट्री थी।
भंसाली इस जोड़ी के साथ बाजीराव मस्तानी और पद्मावती का निर्माण करना चाहते थे।
भंसाली की कोशिश थी कि हम दिल दे चुके सनम की जादू को एक बार फिर सिल्वर स्क्रीन पर रीक्रिएट किया जाए।