एसबीआई (SBI) के 6 सहयोगी बैंकों के चेक हो जाएंगे 31 दिसंबर के बाद अमान्य
नई दिल्ली.एसबीआई (SBI) ने 6 सहयोगी बैंकों के ग्राहकों से आग्रह किया है कि वह 31 दिसंबर से पहले नई चेक बुक के लिए इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, ATM या फिर शाखा में जाकर तुरंत आवेदन करें.31 दिसंबर से पहले इन 6 बैंकों के ग्राहक अगर नई चेकबुक नहीं लेते हैं तो नए साल में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
क्योंकि 31 दिसंबर से स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर (SBBJ), स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद (SBH), स्टेट बैंक ऑफ मैसूर (SBM), स्टेट बैंक ऑफ पटियाला (SBP), स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर (SBT) और भारतीय महिला बैंक की चेकबुक 31 दिसंबर तक ही चलेंगी.
एसबीआई के सहयोगी बैंकों में स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद,भारतीय महिला बैंक और स्टेट बैंक ऑफ ट्रावनकोर शामिल है। इनका विलय इसी साल अप्रैल में भारतीय स्टेट बैंक में कर दिया गया था।
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इन बैंकों के एसबीआई में विलय के कारण ग्राहकों को एसबीआई की चेकबुक लेनी होगी. ऐसे में समय रहते इन 6 बैंकों के ग्राहक अगर नई चेकबुक नहीं लेते हैं तो नए साल में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने लाखों कस्टमर्स को बाकायदा कई दफा अलर्ट भी किया है. इससे पहले नई चेकबुक लेने की आखिरी तारीख 30 सितंबर थी, लेकिन कस्टमर्स की सुविधा का ख्याल रखते हुए एसबीआई ने इसे 31 दिसंबर कर दिया था. 31 दिंसबर के बाद पुरानी चेकबुक नहीं चलेंगे.
नई चेकबुक के साथ नया आईएफएससी कोड भी लेना होगा
एसबीआई के सहयोगी बैंकों के इन नए कस्टमर्स को अब नया आईएफएससी कोड भी लेना होगा. उन्हें एसबीआई की नजदीकी ब्रांच के मुताबिक आईएफएस कोड बदलवाना होगा. 31 दिसंबर के बाद ये कोड भी काम नहीं करेंगे. इससे मनी का ऑनलाइन ट्रांसफर नहीं हो पाएगा.
इन बैंकों के विलय के बाद एसबीआई का कुल कस्टमर संख्या 37 करोड़ हो गया है. इसकी शाखाओं की संख्या भी बढ़कर लगभग 24,000 और एटीएम की संख्या 59,000 हो गई है. विलय के बाद एसबीआई का डिपोजिट बेस भी बढ़कर 26 लाख करोड़ रुपए हो गया है.
विलय के बाद एसबीआई ने पुराने चेकबुक को 30 सितंबर तक ही वैध करार दिया था लेकिन रिजर्व बैंक ने इस मियाद को बढ़ाकर 31 दिसंबर,2017 कर दिया था।