जीवनसाथी

आधुनिक युग में भारतीय समाज जिस तरह बदल रहा है उसका असर हमारे हर रिश्ते पर साफ दिखाई दें रहा है.

अब जीवनसाथी तलाशने का मंच सोशल मीडिया बन गया है.

पहले के समय में शादी विवाह आपस के लोगों में बातचीत कर होता था पर अब बिखरें समाज में उपयुक्त रिश्ता मिलना मुश्किल हो गया है.

आज के समय लड़का हो या लड़की उसके लिये उपयुक्त जीवनसाथी मिलना कठिन हो गया है.

इसकी ख़ास वजह लगातार रिश्तों का टूटना और बिखरना है.

आज युवा वर्ग रिश्तों में कई समस्याओं से बचने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग उपयुक्त जीवनसाथी की तलाश में कर रहा है.

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यूँ तो जीवन साथी कभी भी कहीं भी मिल सकता है.

लेकिन सोशल मीडिया को ही एक मात्र ज़रिया मान बैठना ग़लत साबित हो सकता है.

इसलिए जब जीवन साथी चुनें तब घरवालों और दोस्तों से मशविरा ज़रूर करें.

अक्सर इन साइट्स के माध्यम से उपयुक्त जीवनसाथी मिल जाता है.

लेकिन जिस तरह से इन माध्यम का उपयोग बढ़ता जा रहा है लोग इन माध्यम का दुरुपयोग करने लगे हैं.

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यहां तक कि आज के समय में बढ़ने वाले सबसे ज़्यादा क्राइम की वजह भी यह माध्यम बनता जा रहा है.

सवाल यह है कि आख़िर लोग सोशल मीडिया पर एक उपयुक्त जीवनसाथी की तलाश क्योें करने लगे हैं.

इसका कारण टूटता समाज, एकल परिवार, आपसी रिश्तों में आती दूरिंया और खुद के लिये जीने की भावना मुख्य कारण है.

कोई किसी की मदद नहीं करना चाहता ना ही रिश्तों में समझौता करना चाहते हैं.

आज के समय में चाहे लड़का हो या लड़की, दोनों मनपंसद जीवनसाथी चाहते हैं.

इस तलाश में वे स्टाकिंग और फ़ेसबुक अकाउंट तक की हेल्प लेने लगे हैं.

वे अपना मक़सद पूरा करने के लिए एक से अधिक लोगों के साथ समय व्यतीत करते ,डेटिंग करते हैं.

जिसके कारण लोग एक दूसरे को यूज़ और फिर चिटिंग करते हैं, जिसके कारण लगातार लोग ब्रेकअप के शिकार हो रहे हैं.

सोशल मीडिया का ज़्यादा उपयोग करती हैं लड़कियाँ

ब्रेकअप और इनसे जुड़ी कई अन्य समस्याओं के कारण लोग या तो सबसे ज़्यादा अकेलेपन का शिकार हो रहें हैं.

फिर मन में बदले की भावना होने के कारण ग़लत कदम उठाने लगते हैं.

मनपंसद जीवनसाथी की तलाश करना ग़लत नहीं है.

लेकिन कहीं आप इस तलाश में किसी ग़लत जगह फँस न जाएँ इसलिए इन साइट्स का उपयोग करते समय विशेष सावधानी बरतें.

लोगों को हुए अनुभवों के कारण सम्बंधों में असुरक्षा की भावना पनपती है.

इसलिए अधिकांश लड़कियाँ ग़लत पार्टनर के साथ रहने की जगह अकेले रहना ज़्यादा पसंद करती हैं.

कुछ लड़कियाँ अपने अकेलेपन को कम करने के लिए सोशल मीडिया से जुड़ती हैं और अच्छे पार्टनर की तलाश करने लगती हैं.

लड़कियाँ ज़्यादा सोशल मीडिया का उपयोग करती हैं.

लड़कियों ने सोशल मीडिया को एक मीटिंग और डेटिंग प्वाइंट बना लिया है.

लड़कियाँ सोशल मीडिया के प्रयोग के लिए आकर्षित हुई हैं.

हमें सोशल मीडिया का उपयोग सोच समझ कर करना चाहिए.

 

 

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