नई दिल्ली:LNN: हंगरी में पैदा हुए अमेरिकी अरबपति निवेशक George Soros ने दावोस शिखर सम्मेलन में तकनीक दिग्गजों पर ज़ोरदार हमला किया.
इंटरनेट पर गूगल और फेसबुक जैसी दिग्गज कंपनियों के एकाधिकार को नई खोज की राह में बाधा बताते हुए,
George Soros ने सोशल मीडिया कंपनियों को लेकर चेतावनी दी .
स्विस अल्पाइन रिज़ॉर्ट में इस सप्ताह आयोजित विश्व आर्थिक मंच पर एक वार्षिक रात्रिभोज के दौरान,
सोरोस ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, बिटकॉइन सहित कई विषयों पर बात की.
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सोरोस ने कहा कि सोशल मीडिया कंपनियों का लोकतंत्र के कामकाज पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है.
वर्ल्ड इकनॉमिक फोरस के सालाना कार्यक्रम में बोलते हुए जॉर्ज सोरोस ने कहा कि अमेरिका के आईटी दिग्गजों के दिन बस गिनती के बचे हैं.
एक भाषण के दौरान 87 वर्षीय George Soros ने कहा, “फेसबुक और गूगल के सभी इंटरनेट विज्ञापन राजस्व के आधे से अधिक हिस्से पर प्रभावी ढंग से नियंत्रण रखे हैं.”
सोरोस ने कहा, ‘सोशल मीडिया कंपनियां अब प्रभावित करने लगी हैं कि लोग कैसा सोचें और व्यवहार करें.
George Soros ने कहा सोशल मीडिया अब लोग की सोच को कर रहा प्रभावित
लोग इस बात को बिना महसूस किए सोशल मीडिया के हिसाब से सोचने लगे हैं.
इसके लोकतंत्र के कामकाज पर दूरगामी और विपरीत प्रभाव पड़े हैं, खासकर चुनावों की शुचिता पर.
उन्होंने भविष्यवाणी की है कि तकनीकी दिग्गज कंपनियां चीन जैसे प्रमुख बाजारों तक पहुंचने के लिए खुद समझौता करेंगी,
“सत्तावादी राज्यों और इन बड़े, डेटा समृद्ध आईटी कंपनियां के बीच गठबंधन” बनेगा.
सोरोस की ये टिप्पणियां ऐसे वक्त में आई हैं जब फेसबुक और ट्विटर समेत कई सोशल नेटवर्किंग साइटें
2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव पर रूस के कथित प्रभाव के मामलों को लेकर जांच का सामना कर रही हैं.
दुनियाभर के देशों में लोकतंत्र और मानवाधिकारों के समर्थन में ओपन सोसायटी फाउंडेशंस का गठन करने वाले
सोरोस ने कहा कि सोशल मीडिया कंपनियां जानबूझकर लोगों को अपनी सेवाओं का लत लगा रही हैं.
उन्होंने कहा, ‘यह बहुत नुकसानदायक है, खासकर किशोरों के लिए.
उन्होंने रूस के व्लादिमीर पुतिन को “माफिया राज्य” की अध्यक्ष के रूप और ट्रम्प को “दुनिया का खतरा” कहा.
लेकिन अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरोस की भविष्यवाणियां हमेशा सही नहीं होती है .
पिछले साल स्विट्जरलैंड में उन्होंने चेतावनी दी थी कि शेयर बाजार में तेजी ट्रम्प के चुनाव के बाद खत्म हो जाएगी और चीन की विकास दर अस्थिर रहेगी.
चीन का विकास जारी रहा, जबकि अमेरिकी शेयर बाजार तेजी में नियमित रूप से रिकॉर्ड तोड़ रहा है.