Railway Budget 2018 : रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए 1 लाख 48 हजार करोड़ रुपये का बजट
नई दिल्ली:LNN: Railway Budget 2018 वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पिछले साल की तरह ही इस बार भी आम बजट साथ ही पेश किया.
कई राज्यों में इस साल होने वाले चुनाव और अगले साल लोकसभा चुनाव को देखते हुए किराया बढ़ने की उम्मीद नहीं थी.
वित्त मंत्री ने अपने भाषण में किराया बढ़ाने कोई जिक्र नहीं किया.
अरुण जेटली ने कहा कि पूरी भारतीय रेल को ब्रॉडगेज किया जाएगा.
रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए 1 लाख 48 हजार करोड़ रुपये का फंड दिया जाएगा.
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रेलवे को जारी किए गए फंड का बड़ा हिस्सा पटरियों और गेज को बदलने के लिए खर्च किया जाएगा.
वित्त मंत्री ने साफ किया कि रेलवे में इस बार फोकस सेफ्टी, पटरियों की मरम्मत पर है.
रेलवे में तकनीक के इस्तेमाल पर ज्यादा जोर और धुंध में सेफ्टी वाले उपकरणों को बढ़ाने पर है.
मोदी सरकार इस बजट में रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ते नजर आई.
बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए वडोदरा में संस्थान की जाएगी स्थापना
अरुण जेटली ने बताया कि बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए सितंबर 2017 में आधारशिला रखी गई थी.
अब वडोदरा में इसके लिए एक संस्थान की स्थापना की जाएगी, जहां इन प्रोजेक्ट्स के लिए लोगों को ट्रेनिंग दी जाएगी.
जिन रेलवे स्टेशनों पर रोजाना 25 हजार से ज्यादा यात्रियों की आवाजाही है, वहां एस्केलेटर्स लगाए जाएंगे.
वित्त मंत्री ने बताया कि स्टेशनों को आधुनिक बनाने के लिए वाईफाई, एस्केलेटर्स और सीसीटीवी लगाए जाएंगे.
धीरे धीरे सभी स्टेशनों पर वाई फाई और सीसीटीवी लगाए जाएंगे.
मुंबई लोकल ट्रेन्स की 90 किमी पटरी का विस्तार किया जाएगा, इस साल 700 नए रेल इंजन खरीदे जाएंगे.
इसके अलावा, 1200 वैगन, 5160 कोच भी रेलवे के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे.
वित्त मंत्री ने कहा कि 600 प्रमुख स्टेशनों को दोबारा से विकसित करने का काम शुरू किया गया है.
बेंगलुरु में 160 किमी के सबअर्बन रेलवे नेटवर्क तैयार करने की योजना है.
बिना विद्युतीकरण के वर्तमान मेल-एक्सप्रेस सहित नई हाई स्पीड ट्रेनों को चलाना संभव नहीं है.
विद्युतीकरण से रेलवे सालाना 10 हजार करोड़ रुपए की बचत भी करेगी और प्रदूषण में कमी आएगी.