PM Narendra Modi ने कांग्रेसियों पर साधा निशाना
नई दिल्ली:LNN: PM Narendra Modi ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देते हुए संसद के दोनों सदनों में एक साथ कई मोर्चे खोले, नए संकेत भी दिए.
PM Narendra Modi ने 2019 के लिए अपने चुनावी अंदाज की एक झलक दिखाई.
धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में PM Narendra Modi आज को संसद में शायराना अंदाज में नजर आए.
लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज मशहूर शायर बशीर बद्र के शेर के जरिये कांग्रेस पर तंज
उन्होंने कांग्रेसियों के पसंदीदा शायर बशीर बद्र के शेर से कांग्रेस पर पलटवार किया.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आलोचना लोकतंत्र की ताकत है, होनी चाहिए लेकिन लोकतंत्र झूठे आरोप लगाने का हक नहीं देता है.
राजनीतिक रोटिया सेंकने के लिए देश को निराश करने का अधिकार किसी को नहीं देता है.
जी बहुत चाहता है सच बोलें, क्या करें हौसला नहीं होता
प्रधानमंत्री राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोल रहे थे.
उन्होंने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का भी जिक्र किया
कहा कि अगर सरदार वल्लभ भाई पटेल प्रधानमंत्री होते तो आज कश्मीर की समस्या नहीं होती.
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धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कल को कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा था,
दुश्नमी जमकर करो, लेकिन ये गुंजाइश रहे जब कभी दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा नहीं हों.
चर्चा का जवाब देते हुए आज PM Narendra Modi ने कहा कि कल वह कांग्रेस पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खडगे का भाषण सुन रहे थे.
कहा जाता है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बशीर बद्र के पसंदीदा शायर हैं.
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के दौरान दिसंबर 2016 में भी राहुल गांधी ने अल्मोड़ा की एक चुनावी रैली में बशीर बद्र के शेर का इस्तेमाल अपने भाषण में किया था.
तब उन्होंने नोटबंदी पर निशाना साधते हुए कहा था, “लोग लुट जाते हैं एक घर बनाने में, तुम तरस नहीं खाते बस्तियां जलाने में.”
PM Narendra Modi ने कहा कि देश का बंटवारा कांग्रेस की गलत नीति के कारण हुआ.
PM Narendra Modi ने दोनों सदनों में अपनी स्पीच को 70 साल बनाम 5 साल के दायरे में रखा.
इसके लिए नेहरू से लेकर मनमोहन सरकार तक की तमाम बातों को सामने लाकर अपने पांच साल के कामकाज से तुलना की.
मोदी 2022 में न्यू इंडिया लाने की बात करते रहे हैं.
इसके लिए कई योजनाओं की भी घोषणा कर चुके हैं.
लेकिन विपक्ष उनसे 2019 तक का हिसाब-किताब मांगता रहा है.
पीएम मोदी इस बहस को उनके न्यू इंडिया की कल्पना और कांग्रेस के
पुराने इंडिया की बात जनता के बीच ले जाने की कोशिश कर रहे हैं.