सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की Rajya Sabha elections में बीजेपी के नौवे प्रत्याशी को जिताने में रहेगी अहम भूमिका
लखनऊ:LNN: बीजेपी को उत्तर प्रदेश की गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव में हुई
पराजय के बाद सूबे की 10 सीटों के लिए होने वाले Rajya Sabha elections में भी मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है.
सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए,
योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि अगर चुनावों में हमारा कार्यक्रम बीजेपी ने कराया होता तो शायद परिणाम अनुकूल होते.
उन्होंने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री से उपचुनावों को लेकर बात की उन्होंने माना है कि हमसे चूक हई है.
ओमप्रकाश राजभर ने योगी सरकार पर हमला करते हुए कहा था कि-
योगी सरकार में बसपा और सपा से भी अधिक भ्रष्टाचार बढ़ गया है.
राजभर ने कहा कि यूपी के 75 जिलों में व्यापक आंदोलन करेंगे.
कुछ विभागों के अफसर बिना पैसे लिए काम नहीं करते हैं.10 महीने से इस सरकार में घुट- घुट कर जी रहा हूं.
सरकार बार-बार दबा रही है, लेकिन अब बर्दाश्त नहीं हो रहा.
ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मैं सत्ता का लोभी नहीं हूं, जरूरत पड़ी तो इस्तीफा दे दूंगा.
403 सदस्यीय विधानसभा में अपने संख्या बल के आधार पर बीजेपी 10 में से आठ सीटें आसानी से जीत सकती है.
योगी सरकार में बसपा और सपा से भी अधिक बढ़ गया है भ्रष्टाचार
मगर उसने अपना नौवां प्रत्याशी भी खड़ा किया है.वहीं, सपा और बीएसपी बाकी दो सीटें जीतने के प्रति आश्वस्त हैं
बीजेपी के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ने वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी बीजेपी खेल बिगाड़ रही है.
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी चार विधायक Rajya Sabha elections में बीजेपी का खेल बिगाड़ सकते हैं.
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अगर आगामी 23 मार्च को होने जा रहे Rajya Sabha elections में बीजेपी के पक्ष में वोट नहीं करती है,
तो बीजेपी को अपना नौवां प्रत्याशी जिताने के लिए मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है.
ओमप्रकाश राजभर ने कहा, हम अभी से कैसे बता सकते हैं कि अगले Rajya Sabha elections में हम भाजपा को वोट देंगे?
हम किसी अन्य पार्टी को, अभी इस पर कोई अंतिम फैसला नहीं किया.
ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मैं सत्ता का लोभी नहीं हूं, जरूरत पड़ी तो इस्तीफा दे दूंगा
योगी सरकार के प्रति पहले भी नाराजगी जता चुके राजभर ने कहा, हालांकि हम अभी बीजेपी के साथ गठबंधन में हैं.
क्या बीजेपी ने राज्यसभा और गोरखपुर तथा फूलपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशी तय करने से पहले हमसे कोई सलाह ली थी?
योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि बीजेपी ने नगरीय निकाय चुनाव में,
अपने प्रत्याशी खड़े किए, लेकिन क्या तब उसने गठबंधन धर्म निभाया?
लोकसभा उपचुनाव में भी बीजेपी ने अपने सहयोगी दलों से यह नहीं पूछा कि उपचुनाव में उनकी क्या भूमिका होगी?
उन्होंने यह भी कहा कि जब तक बीजेपी का कोई नेता उनसे नहीं पूछेगा तब तक बात आगे नहीं बढ़ेगी.
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ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि प्रत्याशी तय करना बीजेपी का काम है,
लेकिन एक शिष्टाचार के नाते उसे कम से कम एक बार तो पूछना ही चाहिए
कि क्या कोई सहयोगी दल चुनाव प्रचार में उसके साथ आना चाहेंगे,
मगर बीजेपी के किसी भी नेता ने हमसे यह नहीं पूछा.
अब ऐसे हालात में हम यह कैसे कह सकते हैं कि हम राज्यसभा चुनाव में बीजेपी को वोट देंगे या किसी अन्य पार्टी को.
योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने इस सवाल पर कि क्या उनकी पार्टी के विधायक क्रॉस वोटिंग करेंगे.
कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर कहा कि हम बीजेपी के साथ गठबंधन में हैं.
अगर वह गठबंधन धर्म नहीं निभाती है तो क्या हमें उसके साथ जाना चाहिए?
ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि गोरखपुर में उनकी पार्टी भाजपा को कम से कम 30,000 वोट दिलवा सकती थी,
लेकिन ऐसा लगता है कि भाजपा की नजर में हमारी कोई उपयोगिता नहीं है.