Karnataka model:हम सब मिलकर बीजेपी-आरएसएस को हराएंगे: राहुल गांधी
नई दिल्ली:LNN: Karnataka model बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफा देने के करीब आधे घंटे बाद ही राहुल गांधी मीडिया से मुखातिब हुए.
राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर अब तक का सबसे बड़ा हमला बोला.
‘हम सब मिलकर बीजेपी-आरएसएस को हराएंगे’:राहुल गांधी
कर्नाटक चुनाव प्रचार के दौरान ‘एकला चलो रे’ और जेडीएस को बीजेपी की बी टीम बताने वाले राहुल ने साफ शब्दों में कहा कि विपक्ष एकजुट होकर बीजेपी को हराएगा.
राहुल के बाद ही पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कर्नाटक की जीत को क्षेत्रीय दलों की बड़ी जीत बताया.
मायावती, अखिलेश सहित देश के तमाम विपक्षी दल भी राहुल गांधी के बयान के मुताबिक ही विपक्षी एकता के संदेश के साथ अपनी बात रखने लगे.
दरअसल नरेन्द्र मोदी-अमित शाह की अगुवाई में बीजेपी के बढ़ते रथ को रोकने के लिए विपक्षी एकता अब इन दलों के लिए विकल्प नहीं, बल्कि राजनीतिक मजबूरी बन गई है.
2019 से पहले karnataka model को जोर-शोर से आगे बढ़ाया जा सकता है.
कर्नाटक चुनाव के बाद कांग्रेस और जेडीएस के बीच हुए गठबंधन के पीछे विपक्षी नेताओं का कांग्रेस पर दबाव बनाना भी कारण था.
सूत्रों के अनुसार, मंगलवार को चुनाव नतीजों के तुरंत बाद सभी विपक्षी नेताओं ने कांग्रेस के नेताओं को तत्काल फैसला लेने को कहा.
विपक्षी एकता की गाड़ी आगे बढ़ने का संकेत कर्नाटक में कुमारस्वामी के शपथ में भी दिख सकता है.
Bengaluru: BJP’s BS Yeddyurappa reaches Raj Bhavan after resigning as Chief Minister of Karnataka. pic.twitter.com/CkmQokODy3
— ANI (@ANI) May 19, 2018
इस को विपक्षी एकता का अब तक का सबसे बड़ा शो बनाने की तैयारी शुरू हो गई है.
राहुल गांधी, ममता बनर्जी, मायावती, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, शरद पवार सहित विपक्ष के तमाम बड़े नेताओं को शपथ समारोह में बुलाने की कोशिश की जा रही है.
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शिवसेना, टीडीपी जैसे दलों के नेताओं के भी इसमें आने की संभावना है.
विपक्षी नेताओं का मानना है कि इससे पूरे देश में बड़ा संकेत जाएगा.
सोनिया गांधी का प्रदर्शन दोहरा सकते हैं राहुल?
ऐसा नहीं है कि विपक्षी एकता का यह फॉर्म्युला नया है.
2004 में सोनिया गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ऐसा कर चुकी है.
लेकिन तब एनडीए सरकार से लोहा लेने के लिए कांग्रेस ने अपनी सीमित राजनीतिक ताकत का अहसास करते हुए छोटे दलों के साथ महागठबंधन करते हुए तमाम बीजेपी विरोधी ताकतों को एक मंच पर लाने की सफल कोशिश की, जिसके बाद एनडीए चुनाव हार गई थी.
अटलबिहारी के नेतृत्व में एनडीए जीत के प्रति इतनी आश्वस्त थी कि तय टर्म से 6 महीने पहले ही चुनाव कराने की पहल कर दी थी.
हालात भले एक जैसे हों लेकिन इस बार एक तरफ नरेन्द्र मोदी के रूप में एक ऐसा शख्स है, जिनकी लोकप्रियता पर किसी को संदेह नहीं है, दूसरी तरफ राहुल गांधी हैं, जो अब तक विपक्षी नेताओं का विश्वास नहीं जीत पाए हैं.
मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी, मोदी और आरएसएस पर तीखा हमला बोला है.
राहुल गांधी ने मोदी को खुलकर भ्रष्टाचारी कहा, साथ ही बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के हत्या का आरोपी कहकर संबोधित किया.