CBI में अब नए निदेशक की नियुक्ति के लिए 24 जनवरी को प्रधानमंत्री की अगुवाई वाली चयन समिति की होगी बैठक.
नई दिल्ली:LNN:CBI से आलोक वर्मा के बाद अब विशेष निदेशक राकेश अस्थाना की भी ‘छुट्टी’ हो गई. CBI से उनका तबादला कर दिया गया है.
राकेश अस्थाना के साथ-साथ तीन अन्य अफसरों का भी तबादला किया गया है.
सूत्रों के अनुसार गुजरात काडर के 1984 बैच के आईएएस अधिकारी राकेश अस्थाना को CBI से हटाकर उनका तबादला एविएशन सुरक्षा में कर दिया गया है.
24 जनवरी चुना जाना है CBI का नया निदेशक
सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा की छुट्टी के बाद प्रधानमंत्री की अगुवाई में 3 सदस्यीय चयन समिति की बैठक 24 जनवरी को होगी.
Tenure of CBI Special Director Rakesh Asthana and three other CBI officers curtailed by Appointments Committee of the Cabinet, with immediate effect. pic.twitter.com/TXbhwQ9kVO
— ANI (@ANI) January 17, 2019
इसमें नए CBI निदेशक का चयन किया जाएगा. इस समिति में प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और लोकसभा में विपक्ष के नेता शामिल हैं.
सुप्रीम कोर्ट द्वारा आलोक वर्मा की सीबीआई निदेशक के तौर पर बहाली के 2 दिन बाद प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश के प्रतिनिधि जस्टिस ए के सीकरी और विपक्षी दल कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की समिति ने बैठक की थी.
इसमें आलोक वर्मा को हटाने का फैसला किया गया था.
यह भी पढ़ें:Lok Sabha Elections 2019 में UP में भाजपा जीतेंगी 74 सीटें: जेपी नड्डा
इस चयन समिति की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जस्टिस सीकरी ने आलोक वर्मा के हटाए जाने का समर्थन किया था.
लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसका विरोध करते हुए कहा था कि वर्मा को सुनने का मौका दिया जाना चाहिए.
आलोक वर्मा जिन्हें 31 जनवरी को रिटायर होना था.
CBI से आलोक वर्मा को हटाए जाने के बाद एम नागेश्वर राव को अंतरिम निदेशक के तौर पर 23-24 अक्टूबर की रात बड़े ही नाटकीय घटनाक्रम में नियुक्त किया गया था.
यह भी पढ़ें:RLD होगी सपा-बसपा गठबंधन का हिस्सा
उल्लेख है कि आलोक वर्मा ने सीबीआई निदेशक के पद से छुट्टी पर भेजे जाने के सरकार के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी.
कोर्ट ने सीवीसी से वर्मा पर लगे आरोपों को सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस एके पटनायक की निगरानी में फिर से करने के निर्देश दिए थे.
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह चिट्ठी जस्टिस पटनायक के खुलासे के बाद लिखी जिसमें उन्होंने कहा था कि वर्मा के खिलाफ गवाहों की तरफ से भ्रष्टाचार के कोई सबूत नहीं मिले जैसा कि CBI के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना का दावा था.
जस्टिस पटनायक ने यह भी कहा था कि सतर्कता आयोग की जांच रिपोर्ट का निष्कर्ष उनका नहीं था.
Rakesh Asthana 1984 बैच के गुजरात काडर के IPS हैं.
वह 1996 में चर्चा में आए उन्होंने चारा घोटाला मामले में लालू यादव को गिरफ्तार किया.
2002 में गुजरात के गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस में आगजनी की जांच के लिए गठित SIT का नेतृत्व भी राकेश अस्थाना ने ही किया था.
राकेश अस्थाना अहमदाबाद ब्लास्ट और आसाराम केस जैसे तमाम चर्चित मामलों की जांच में शामिल रहे हैं.