WhatsApp के अस्तित्व पर भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित नियम लागू होने से आ जाएगा खतरा
नई दिल्ली:LNN:WhatsApp को भारत सरकार द्वारा सोशल मीडिया कंपनियों के लिए प्रस्तावित कुछ नियम से भारत में अस्तित्व पर खतरा आ जाएगा.
कंपनी के एक शीर्ष कार्यकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी.
WhatsApp कंपनी के दुनिया भर में कुल 1.5 अरब यूजर्स हैं.
भारत में WhatsApp के 20 करोड़ मासिक यूजर्स हैं और यह कंपनी के लिए दुनिया का सबसे बड़ा बाजार है.
सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा प्रस्तावित नियम से सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स के लिए अपनी सेवाओं के दुरुपयोग
और हिंसा फैलाने से रोकने के लिए एक उचित प्रक्रिया का पालन करना होगा.
एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन फीचर से कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए अफवाह फैलानेवाले अभियुक्तों तक पहुंचना मुश्किल होता है.
WhatsApp के कम्यूनिकेशन प्रमुख कार्ल वूग ने कहा कि, “प्रस्तावित नियमों में से जो सबसे ज्यादा चिंता का विषय है, वह मैसेजेज का पता लगाने पर जोर देना है.”
यह भी पढ़ें: Robert Vadra लंदन में संपत्ति खरीद का है मामला, लगभग 6 घंटे तक चली पूछताछ
फेसबुक के स्वामित्व वाली WhatsApp डिफाल्ट रूप से एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन की पेशकश करता है,
जिसका मतलब यह है कि केवल भेजनेवाला और प्राप्त करनेवाला ही संदेश को पढ़ सकता है.
यहां तक कि WhatsApp भी अगर चाहे तो भेजे गए संदेशों को पढ़ नहीं सकता है.
भारत में हैं WhatsApp के 20 करोड़ मासिक यूजर्स
वूग का कहना है कि इस फीचर के बिना WhatsApp बिल्कुल नया उत्पाद बन जाएगा.
‘प्रस्तावित बदलाव जो लागू होने जा रहे हैं, वह मजबूत गोपनीयता सुरक्षा के अनुरूप नहीं हैं, जिसे दुनिया भर के लोग चाहते हैं.
उन्होंने कहा, ‘हम एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन मुहैया कराते हैं, लेकिन नए नियमों के तहत हमें हमारे उत्पाद को दोबारा से गढ़ने की जरूरत पड़ेगी.
WhatsApp कंपनी के वूग ने आगे कहा कि ऐसी स्थिति में मैसेजिंग सेवा अपने मौजूदा स्वरूप में मौजूद नहीं रहेगी.
वूग ने नए नियम लागू होने के बाद भारतीय बाजार से बाहर निकल जाने की संभावना व्यक्त करते हुए कहा, ‘इस पर अनुमान लगाने से कोई मदद नहीं मिलेगी कि आगे क्या होगा.
इस मुद्दे पर भारत में चर्चा करने के लिए एक प्रक्रिया पहले से ही है.