Sonia Gandhi अन्य दलों के साथ गठबंधन महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती हैं.
नई दिल्ली:LNN:Sonia Gandhi के राजनीति से रिटायरमेंट लेने की अटकलें खत्म, रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ने के ऐलान .
72 वर्षीय सोनिया गांधी करीब दो दशक से गैर-एनडीए दलों के बीच धुरी की तरह रही हैं.
सोनिया गांधी के रिटायरमेंट का वक्त अभी नहीं आया है.
आने वाले समय में भी वह बीजेपी विरोधी पार्टियों के बीच एकता के लिए अहम धुरी होंगी.
रायबरेली से Sonia Gandhi की एक बार फिर उम्मीदवारी से उन कयासों पर लगाम लगी है,
जिनमें यह कहा जा रहा था कि प्रिंयका गांधी वाड्रा परिवार की इस परंपरागत सीट से उतर सकती हैं.
हालांकि अब पार्टी के नेताओं का कहना है कि प्रियंका के चुनाव न लड़ने से अब वे पूर्वांचल और अवध की अन्य सीटों पर ज्यादा समय दे पाएंगी.
प्रियंका गांधी को पार्टी का महासचिव बनाए जाने के बाद से Sonia Gandhi के राजनीति से रिटायरमेंट लेने की अटकलें
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि रायबरेली से सोनिया गांधी का चुनावी समर में उतरना इस लिहाज से महत्वपूर्ण है,
पार्टी आगे भी उन्हें गठबंधन के लिए अहम मानती है.
देश की तमाम क्षेत्रीय पार्टियों के नेताओं के साथ सोनिया गांधी के बेहतर संबंध हैं,
जो गठबंधन के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है.
पार्टी नेताओं का कहना है कि अप्रैल-मई में होने वाले आम चुनावों में राहुल गांधी और प्रियंका प्रचार को मजबूती देंगे.
दूसरी तरफ सोनिया गांधी अन्य दलों के साथ चुनाव से पहले और बाद में गठबंधन के लिहाज से महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती हैं.
प्रियंका की एंट्री के बाद तेज थी सोनिया गांधी के रिटायरमेंट की चर्चाएं थीं.
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सोनिया गांधी के आम चुनाव में नहीं उतरेंगी और बेटन राहुल गांधी थामेंगे.
खासतौर पर प्रियंका गांधी को पार्टी का महासचिव बनाए जाने के बाद से इन चर्चाओं को और बल मिला था.
कहा यह भी जा रहा था कि प्रियंका गांधी को रायबरेली से उम्मीदवार बनाया जा सकता है.
सोनिया गांधी के 19 साल के गठबंधन के अनुभव को अहम करार देते हुए एक दिग्गज कांग्रेसी ने कहा, ‘सोनिया गांधी की बड़ी स्वीकार्यता है.
चुनाव के बाद यदि सरकार बनाने की संभावना बनती है,
फिर उनकी भूमिका गैर-बीजेपी दलों को जोड़ने में अहम साबित हो सकती है.’