AAP Congress Alliance के लिए AAP ने गठबंधन की उम्मीदें नहीं छोड़ी है. AAP ने शरद पवार के जरिए कांग्रेस को तीन राज्यों में गठबंधन का प्रस्ताव भिजवाया है. शरद पवार के माध्यम से भेजा प्रस्ताव दिल्ली, हरियाणा, पंजाब में गठबंधन
नई दिल्ली:LNN: AAP Congress Alliance लोकसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने अब तक कांग्रेस से गठबंधन की उम्मीदें नहीं छोड़ी है.
आम आदमी पार्टी ने शरद पवार के जरिए कांग्रेस को तीन राज्यों में गठबंधन का प्रस्ताव भिजवाया है.
सूत्रों के मुताबिक आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को यह प्रस्ताव भिजवाया है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी 5 और कांग्रेस 2 सीटों पर चुनाव लड़े,
वहीं, पंजाब में आम आदमी पार्टी 3 और कांग्रेस को 10 सीटें दी जाएंगी.
यह भी पढ़ें:Congress की लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की चौथी लिस्ट
हरियाणा में आम आदमी पार्टी-2 सीटों पर लड़ेगी, वहीं कांग्रेस को 4 और जेजेपी को 4 सीटें दी जाएंगी.
दिल्ली में AAP-Congress Alliance को लेकर शीला दीक्षित अभी भी अपने रुख पर कायम हैं.
उन्होंने पार्टी आलाकमान को साफ-साफ कह दिया है कि कांग्रेस-आप का गठबंधन नहीं होना चाहिए.
इससे कांग्रेस को नुकसान होगा. शीला दीक्षित ने इस मुद्दे पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ एक बैठक भी की.
इस बैठक में निर्णय लिया गया कि वे पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलकर स्थिति साफ करने को कहेंगे.
दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी गठबंधन के लिए मध्यस्थता की कोशिश भी शुरू हो गई है.
एनसीपी प्रमुख शरद पवार सुबह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिले हैं.
उन्होंने आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह से भी मुलाकात की है.
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह पार्टी आलाकमान को लिखे गए पत्र में दीक्षित और कार्यकारी अध्यक्ष हारून यूसुफ,
दवेंद्र यादव और राजेश लिलोठिया ने गठबंधन पर कार्यकर्ताओं का मूड जानने के लिए फोन सर्वेक्षण पर विरोध जताया है.
दिल्ली कांग्रेस के एक नेता ने बताया, ‘दीक्षित और कार्यकारी अध्यक्षों ने कांग्रेस प्रमुख से गुजारिश की है कि वह ‘आप’ से गठबंधन नहीं करें क्योंकि यह आग चलकर पार्टी को नुकसान पहुंचाएगा.’
साथ ही नेता ने कहा कि उन्होंने पार्टी की शक्ति ऐप के जरिए किए गए फोन सर्वेक्षण पर भी ऐतराज जताया है.
यह सर्वेक्षण दिल्ली कांग्रेस के एआईसीसी प्रभारी पीसी चाको ने कराया है.
सर्वेक्षण में दिल्ली कांग्रेस के करीब 52,000 कार्यकर्ताओं की राय मांगी गई थी कि क्या पार्टी को आप से गठबंधन करना चाहिए या नहीं.
हाल ही एक रिपोर्ट आई थी कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की अनिश्चितताओं के बीच कांग्रेस पार्टी का एक अंदरूनी सर्वे,
कांग्रेस नेताओं को रुख बदलने में अहम भूमिका निभा सकता है.
सूत्रों ने बताया कि इस सर्वे में भाजपा को 35 फीसदी वोटों के साथ आम आदमी पार्टी और कांग्रेस से आगे दिखाया गया है.
इस सर्वे को पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली प्रमुख शीला दीक्षित देख चुके हैं.
दिल्ली कांग्रेस प्रदेश कमेटी से जुड़े एक नेता ने बताया, ‘पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के राज्य ईकाई की बात मानने और आप के साथ गठबंधन न करने का फैसला लेने के बाद वरिष्ठ केंद्रीय नेताओं ने राहुल गांधी से मुलाकात की.
उन्हें इस फैसले पर दोबारा से विचार करने के लिए कहा.
वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी द्वारा कराए गए सर्वे राहुल गांधी को दिखाया,
जिसमें आम आदमी पार्टी को 28 फीसदी, कांग्रेस को 22 फीसदी और भाजपा को 35 फीसदी वोट मिल रहे थे.
उन्होंने कहा कि अगर आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन किया जाता है तो दिल्ली की सातों सीटें गठबंधन के खाते में आ जाएंगी.’
दूसरी ओर आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिये दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावनाओं को खारिज करते हुये कहा है कि कांग्रेस ने बहुत देर कर दी,
अब गठबंधन की कोई गुंजाइश नहीं है.
AAP की दिल्ली इकाई के संयोजक गोपाल राय ने संवाददाताओं से कहा कि देशहित में हमें जितना झुकना था झुक लिया,
अब कोई अगर मगर नहीं, आप अब अपना और समय नष्ट नहीं करेगी.
उन्होंने कहा कि आप होली के बाद अपना चुनाव अभियान शुरू करेगी.
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, ‘आप’ सांसद संजय सिंह की राकांपा नेता शरद पवार से गठबंधन को लेकर मुलाकात के सवाल पर गोपाल राय ने कहा कि आप देशव्यापी महागठबंधन का हिस्सा है,
लेकिन दिल्ली में किसी गठबंधन में नहीं है.
क्योंकि जिस राज्य में कांग्रेस गंभीर है वहां उनके प्रयास जारी हैं.
इसीलिये रविवार को हमने अपना सातवां उम्मीदवार घोषित कर दिया.
कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी पीसी चाको ने कहा कि ‘आप‘ के साथ गठबंधन की संभावनाओं को लेकर मैं दिल्ली में कांग्रेस नेताओं से विचार विमर्श कर रहा हूं.
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस कार्य समिति ने देशभर में समान विचारधारा वाले दलों से गठबंधन करने का फैसला किया है.
चाको ने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि दिल्ली कांग्रेस के नेता भी इस भावना को समझेंगे और ‘आप’ के साथ गठबंधन का फैसला करेंगे
लेकिन अंतिम फैसला जल्द ही कांग्रेस अध्यक्ष लेंगे.
मुद्दे पर दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित और चाको के विचार अलग-अलग हैं.
हालांकि, शीला दीक्षित स्पष्ट कर चुकी हैं कि राजधानी दिल्ली में बाद में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर,
‘आप’ के साथ गठबंधन करना पार्टी के हित में नहीं होगा.
यह भी पढ़ें:shyama charan gupta बीजेपी से बगावत कर पहुंचे समाजवादी पार्टी
चाको ने कहा कि दिल्ली में कुछ वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को लगता है कि भाजपा को हराना पार्टी की तात्कालिक आवश्यकता है
AAP-Congress Alliance वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को लगता है कि आप के साथ गठबंधन किया जाना चाहिए
इन नेताओं ने मुद्दे पर राहुल गांधी को लिखा है.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पार्टी में विचार-विमर्श के बाद जल्द ही अंतिम फैसला करेंगे.