Triple talaq bill राज्यसभा में अटक गया था क्योंकि BJP के पास जरूरी संख्या बल नहीं हैं
नई दिल्ली:LNN:Triple talaq bill, जदयू ने ‘तीन तलाक’ विधेयक का विरोध करते हुए कहा कि मुसलमानों पर कोई भी विचार नहीं थोपा जाना चाहिए.
यह विधेयक संसद के आगामी सत्र में भाजपा नीत राजग सरकार द्वारा पेश किए जाने की संभावना है.
जदयू प्रवक्ता के सी त्यागी ने एक बयान में कहा, ‘जदयू समान नागरिक संहिता पर अपने पहले के रूख को दोहराता है.
हालांकि, बयान में तीन तलाक विधेयक का सीधे तौर पर उल्लेख नहीं किया गया है.
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लेकिन जदयू सूत्रों ने बताया कि प्रस्तावित विधेयक समान नागरिक संहिता पर उनके रूख के केंद्र में है,
क्योंकि भाजपा ने मुसलमानों की तीन तलाक की प्रथा को अपराध की श्रेणी में डालने पर अक्सर जोर दिया है.
JDU ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रथम कार्यकाल के दौरान इस Triple talaq bill का विरोध किया था
पार्टी ने अपना रूख दोहराते हुए स्पष्ट किया है कि जदयू अपने रूख पर दृढ़ता से कायम है.
त्यागी ने कहा, ‘हमारा मानना है कि समान नागरिक संहिता पर विभिन्न धार्मिक समूहों के साथ काफी गंभीर मशविरा करने की जरूरत है.
धार्मिक परंपरा से जल्दबाजी में छेड़छाड़ करने की स्पष्ट रूप से सलाह नहीं दी जा सकती.’
JDU कहा- तीन तलाक विधेयक पर सरकार का समर्थन नहीं करेंगे
जदयू ने मांग की है कि कानून को व्यापक, समावेशी और स्वीकार्य बनाने के लिए सभी को अवश्य ही विश्वास में लिया जाए.
पार्टी ने 2017 में कुमार द्वारा विधि आयोग को लिखे गए पत्र को भी संलग्न किया है,
जिसमें उन्होंने मुद्दे पर आगे बढ़ने की कोई कोशिश से पहले चर्चा और व्यापक परामर्श की अपील की थी.
सरकार ने Triple talaq bill को मंजूरी दी, इसी सत्र में संसद में किया जा सकता है पेश
हालांकि, जदयू के साथ- साथ विपक्ष द्वारा राज्य सभा में इसके समक्ष मुश्किलें खड़ी करने की संभावना है.