Plasma Therapy से कोरोनावायरस के इलाज का अभी तक कोई पुख्ता सबूत नहीं है.अभी भी हम एक्सपेरिमेंटल स्टेज पर: सरकार
नई दिल्ली:LNN:Plasma Therapy से कोरोनावायरस के इलाज का अभी तक कोई पुख्ता सबूत नहीं है देश में जारी कोरोना संकट के बीच केंद्र सरकार ने मंगलवार को यह साफ कर दिया है.
Plasma Therapy को लेकर सभी दावे गलत हैं और अभी भी हम एक्सपेरिमेंटल स्टेज पर ही हैं स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी.
स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि प्लाज्मा थेरेपी अभी भी प्रायोगिक है,
जब इसे लेकर कोई पुख्ता सबूत नहीं मिल जाता इसका उपयोग किसी के द्वारा नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि यह रोगी के लिए हानिकारक हो सकता है.
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स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि ICMR ने कोविड-19 के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी की प्रभावकारिता का अध्ययन करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अध्ययन शुरू किया है.
इस बीच देश में कोरोनावायरस का मामला 30 हजार के करीब पहुंच गया है.
Health Ministry की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोनावायरस संक्रमितों की संख्या 29 हजार 974 हो गई है.
पिछले 24 घंटों में कोरोना के 1594 नए मामले सामने आए हैं और 51 लोगों की मौत हुई है.
कोरोना से अब तक देश में 937 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि राहत की बात यह है कि 7027 मरीज इस बीमारी को हराने में कामयाब भी हुए हैं.
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कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए देश में लॉकडाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है.
हालांकि 20 अप्रैल से लॉकडाउन के दौरान उन इलाकों में कुछ छूट भी दी गई है, जहां कोरोना के मामले कम हैं.