China PLA फिंगर 4 से फिंगर 5 तक वापस लौट गई है और कुछ चीनी सैनिक ही रिज लाइन पर मौजूद.भारत के साथ डिप्लोमेटिक और सैन्य स्तर पर बातचीत के दौरान चीन की नापाक चाल जारी.
पेइचिंग:LNN:China PLA लद्दाख में जारी गतिरोध को हल करने के लिए भारत के साथ डिप्लोमेटिक और सैन्य स्तर पर बातचीत के दौरान भी चीन अपनी नापाक चाल से बाज नहीं आ रहा है.
China PLA अब भी पैंगोंग के फिंगर 4 से तीन किलोमीटर की दूरी पर जमी हुई है.शनिवार को ली गई सैटेलाइट इमेज से हुआ है खुलासा
हालांकि पहले यह दावा किया गया था कि चीनी सेना फिंगर 4 से फिंगर 5 तक वापस लौट गई है
और कुछ चीनी सैनिक ही रिज लाइन पर मौजूद हैं.
ओपन सोर्स इंटेलिजेंस एनालिस्ट Detresfa की सैटलाइट तस्वीर के अनुसार,
फॉक्सहोल पॉइंट के पश्चिम में 3 किलोमीटर की दूरी पर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की उपस्थिति बनी हुई है.
वहीं इस कैंप से कुछ किलोमीटर पीछे चीनी सेना के सपोर्ट कैंप भी मौजूद हैं.
Detresfa की दूसरी सैटलाइट तस्वीरों के अनुसार, चीन ने लेह से 382 किलोमीटर दूर शिनजियांग प्रांत में होटान एयरबेस को भारत के खिलाफ रणनीतिक रूप से मजबूत कर दिया है.
Satellite images of #PangongTso taken earlier today continue to highlight #China PLA presence in the area 3 Km west of the ‘foxhole’ point along with known support camps in the region #IndiaChinaFaceoff pic.twitter.com/4cJX30nMjv
— d-atis☠️ (@detresfa_) July 18, 2020
यहां फाइटर एयरक्राफ्ट के अलावा, अर्ली वार्निंग अवाक्स एयरक्राफ्ट और एयर डिफेंस यूनिट्स की तैनाती की गई है.
होटान एयरबेस पर जिन एयरक्राफ्ट की तैनाती की गई है
उनमें शेनयांग जे-8 इंटरसेप्टर एयरक्राफ्ट और शेयनांग की फाल्कर शामिल हैं.
इसके अलावा जिस अवाक्स को यहां तैनात किया गया है वह शनाक्सी वाई-8जी और केजे-500 हैं.
जिसमें शेनयांग जे-8 इंटरसेप्टर मूल रूप से रूस से चुराई गई डिजाइन पर आधारित है.
सिंगल सीटर यह प्लेन तेजगति से अत्याधिक ऊंचाई पर उड़ान भरने में सक्षम है.
मंगलवार को दोनों देशों के बीच चुशुल में 15 घंटे तक चली कोर कमांडर स्तर की चौथी बातचीत में भी कोई हल निकलता नहीं दिखा.
China PLA पैंगोंग त्सो और देपसांग में अब भी भारतीय सेना के काफी करीब जमी हुई है.
चीन की इस चालबाजी से डिसइंगेंजमेंट और तनाव कम करने की प्रक्रिया उलझ गई है.
भारत ने दो टूक कह दिया है चीनी सैनिकों को इन इलाकों में भी पुरानी स्थिति में लौटना ही होगा.