Chinese soldier को हिरासत में ईस्टर्न लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर भारत चीन तनाव के बीच आज भारतीय सैनिकों ने पकड़ा है
नई दिल्ली:LNN:Chinese soldier एक चीनी सैनिक को सीमा के पास लद्दाख में सीमा के पास से पकड़ा गया है.
ईस्टर्न लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर भारत चीन तनाव के बीच आज भारतीय सैनिकों ने एक चीनी सैनिक को हिरासत में लिया है.
वह चीनी सेना में कॉरपोरल रैंक में है, जिसे डेमचॉक एरिया में हिरासत में लिया गया. आज सुबह चीनी सैनिक को भारतीय साइड में पकड़ा गया.
Chinese soldier चीन सेना की तरफ से भारतीय सेना को बताया गया कि उनका एक सैनिक मिसिंग है
और भारतीय सेना से उसे ढूंढ़ने की रिक्वेस्ट भी की गई. हालांकि भारतीय सेना तब तक उसे हिरासत में ले चुकी थी.
न्यूज एजेंसी ANI ने सोमवार को बताया कि सुरक्षा बलों ने लद्दाख में सीमा के पास एक चीनी सैनिक को पकड़ा है.
यह सैनिक चुमार-डेमचोक इलाके में पकड़ा गया है.
एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से कहा कि चीनी सैनिक अनजाने में भारतीय सीमा में घुस आया हो सकता है.
सूत्रों ने यह भी कहा कि ‘तय प्रोटोकॉल के तहत जरूरी कार्रवाई करने के बाद’ उसे चीनी सेना को वापस लौटा दिया जाएगा. रिपोर्ट्स के मुताबिक,
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के इस सैनिक के पास से नागरिक और सैन्य दस्तावेज मिले हैं.
सूत्रों ने यह भी कहा कि ‘तय प्रोटोकॉल के तहत जरूरी कार्रवाई करने के बाद’ उसे चीनी सेना को वापस लौटा दिया जाएगा.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के इस सैनिक के पास से नागरिक और सैन्य दस्तावेज मिले हैं.
भारतीय सेना की ओर से एक प्रेस रिलीज जारी कर बताया गया है कि पकड़े गए चीनी सैनिक का नाम वांग या लोंग है. और उसे पूर्वी लद्दाख के डेमचोक के पास 19 अक्टूबर यानी सोमवार को पकड़ा गया है.
Chinese soldier यह सैनिक भटककर वास्तविक नियंत्रण रेखा पार कर भारतीय सीमा में घुस गया था.
सेना ने बताया है कि उस जवान को ठंडे मौसम से बचाने के लिए मेडिकल मदद के साथ साथ खाना पीना और गर्म कपड़े दिए गए.
सेना ने बताया कि चीनी सेना की ओर से अपने लापता सैनिक को लेकर अनुरोध आया है.
प्रोटोकॉल के तहत उस चीनी सैनिक को चुशूल मोलडो मीटिंग पॉइंट पर सारी औपचारिकता पूरा करने के बाद वापस चीन को सौप दिया जाएगा.
बता दें कि भारत और चीन की सेनाएं अप्रैल-मई से आमने-सामने हैं. पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के कई पॉइंट्स पर दोनों तरफ से तनातनी है.
मुख्य तनाव बिंदुओं में डेमचॉक के अलावा पैंगोंग झील का उत्तरी और दक्षिणी तट, देपसांग का मैदानी इलाका शामिल हैं.
सीमा पर दोनों तरफ से भारी संख्या में जवानों की तैनाती है. ऐसे वक्त में किसी चीनी सैनिक का अनजाने में सीमा पार करके चले आना बड़ी घटना है.
जून महीने में यहां गलवान घाटी में दोनों पक्षों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें 20 भारतीय जवानों की जान चली गई थी.
पिछले महीने भी पैंगॉन्ग त्सो में दोनों पक्षों के बीच एक से ज्यादा बार एयर शॉट चलाए गए थे.
दोनों देशों के बीच सीमा पर तनाव की स्थिति को सुधारने के लिए कई चरणों की सैन्य और कूटनीतिक वार्ता हो चुकी है, लेकिन चीन ने यथास्थिति को वापस बरकरार करने के लिए समझौते के तहत चलने से इनकार कर दिया है.