Cyber attack in US: सबसे बड़ी फ्यूल पाइपलाइन Colonial Pipeline पर हुआ हमला

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Cyber attack in US

Cyber attack in US कोरोना महामारी के कारण कंपनी के ज्यादातर इंजीनियर वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं, इसलिए हैकर्स आसानी से इतने बड़े हमले को अंजाम देने में सफल हो गए.

नई दिल्ली:LHNN:Cyber attack in US सबसे बड़ी फ्यूल पाइपलाइन Colonial Pipeline पर हुआ है.
कोरोना महामारी के कारण कंपनी के ज्यादातर इंजीनियर वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं, इसलिए हैकर्स आसानी से इतने बड़े हमले को अंजाम देने में सफल हो गए.

देश के पूर्वी तट के लिए 45 फीसदी डीजल, पेट्रोल और जेट फ्यूल की सप्लाई इसी पाइपलाइन के जरिए होती है.

इस 8850 किमी लंबी पाइपलाइन से रोजाना 25 लाख बैरल फ्यूल की आपूर्ति होती है.



Cyber attack in US फ्यूल पाइपलाइन ऑपरेटर Colonial Pipeline ने शुक्रवार को हुए साइबर हमले के बाद अपना सारा नेटवर्क बंद कर दिया है और सर्विस को फिर से बहाल करने की कोशिश की जा रही है.

इससे दुनियाभर में तेल की कीमतों में तेजी आ सकती है.



विशेषज्ञों का कहना है कि इससे तेल की कीमतों में 2 से 3 फीसदी तेजी आ सकती है. अगर इसमें ज्यादा समय लगता है तो स्थिति और बदतर हो सकती है.

इंडिपेंडेंट ऑयल मार्केट एनालिस्ट के मुताबिक टैक्सस की रिफाइनरियों में बड़ी मात्रा में तेल फंसा हुआ है.उन्होंने कहा कि अगर मंगलवार तक स्थिति सामान्य नहीं हुई तो बड़ा संकट पैदा हो सकता है.

माना जा रहा है कि इस घटना का असर भारत पर भी होगा और पेट्रोल-डीजल की कीमत के साथ-साथ गैस की कीमत में उछाल आ सकती है.

इस साइबर अटैक के बाद सोमवार को ब्रेंट क्रूड और WTI क्रूड की कीमत में तेजी देखी जा रही है.

इन्वेस्टिंग डॉट कॉम की वेबसाइट पर ब्रेंट क्रूड दोपहर बाद 3 बजे 0.28 डॉलर की तेजी के साथ 68.56 के स्तर पर ट्रेड कर रहा था.


आज कारोबार के दौरान यह क्रूड 69.19 डॉलर प्रति बैरल के स्तर तक पहुंच गया था. इस समय WTI क्रूड 0.29 डॉलर की तेजी के साथ 65.19 डॉलर के स्तर पर ट्रेड कर रहा था.

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आज एकबार यह 65.75 डॉलर प्रति बैरल के स्तर तक पहुंच गया था. विशेषज्ञों का कहना है कि WTI 68 डॉलर और ब्रेंट क्रूड 73 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकता है.

कच्चे तेल की कीमत में एक डॉलर की तेजी से भारत में पेट्रोल की कीमत 55 पैसे प्रति लीटर और डीजल 60 पैसा प्रति लीटर बढ़ जाती है.

इस बीच अमेरिका की सरकार ने एमरजेंसी कानून पास किया है.

इसके तहत ईंधन को सड़क मार्ग से ले जाने के नियमों में छूट दी जाती है.

इसका मतलब है कि 18 प्रांतों में ड्राइवर पेट्रोल, डीजल, जेट फ्यूल और दूसरे रिफाइंड पेट्रोलियम प्रॉडक्ट्स ले जाते समय तय समय से ज्यादा काम कर सकते हैं.


Cyber attack का आरोप डार्कसाइड नाम की साइबर अपराधियों की गैंग पर लग रहा है. इन्होंने कोलोनियल कंपनी के नेटवर्क को हैक कर लिया और करीब 100GB डेटा चुरा लिया.

हैकर्स ने कुछ कंप्यूटरों को लॉक करके फिरौती भी मांगी है, फिरौती न मिलने पर डेटा को इंटरनेट पर लीक करने की धमकी दी है.

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