Dr. Anthony Fauci बोले चीन में कोविड-19 नेचुरली फैला, इसकी जांच जरूरी

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Dr. Anthony Fauci

Dr. Anthony Fauci  कहा, जिन लोगों ने इसकी जांच की थी, उनका कहना है कि यह संभवतः एक जानवर के जलाशय से उभरा, मैं किसी भी जांच के पक्ष में हूं जो वायरस की उत्पत्ति का पता लगा सके.

वाशिंगटन: Dr. Anthony Fauci संक्रामक रोगों पर अमेरिका के शीर्ष विशेषज्ञ ने कहा है कि वह इस बात से “आश्वस्त नहीं हैं” कि नोबल कोरोनावायरस (Coronavirus) बीमारी स्वाभाविक रूप से विकसित हुई है.

उन्होंने कोविड -19 वायरस की उत्पत्ति की खुली जांच का आह्वान किया है.



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एक कार्यक्रम में जब डॉ फाउची से पूछा गया कि क्या उन्हें अभी भी विश्वास ,

है कि कोरोनावायरस स्वाभाविक रूप से विकसित हुआ है,

तो उन्होंने कहा: “मैं इसके बारे में आश्वस्त नहीं हूं, मुझे लगता है कि हमें चीन में क्या हुआ,

Dr. Anthony Fauci ने कहा इसकी जांच तब तक जारी रखनी चाहिए जब तक कि हमें अच्छे से पता नहीं चल जाए कि आखिर चीन में क्या हुआ था.”

एक इंटरव्यू के दौरान फौसी से पूछा गया कि क्या उन्हें अभी भी विश्वास है कि वायरस नेचुरली डेवलप हुआ है.

इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘बेशक ऐसा नहीं है, मैं इस बात से बिल्कुल सहमत नहीं हूं कि वायरस अपने आप नेचुरली आया है.

मुझे लगता है कि चीन में क्या हुआ था, हमें इसकी जांच जारी रखनी चाहिए

और तब तक जारी रखनी चाहिए जब तक कि इससे संबंधित पूरी जानकारी नहीं मिल जाती.


मैं इसीलिए पूरी तरह से किसी भी जांच के पक्ष में हूं जो वायरस की उत्पत्ति का पता लगा सके.”

 Dr. Anthony Fauci जो बाइडेन प्रशासन के शीर्ष चिकित्सा सलाहकार ने ये टिप्पणी ‘यूनाइटेड फैक्ट्स ऑफ अमेरिका: ए फेस्टिवल ऑफ फैक्ट-चेकिंग’ इवेंट के दौरान की.

जब उनसे स्पष्ट रूप से पूछा गया कि क्या कोविड -19 वायरस एक प्रयोगशाला में सीरियल पास नहीं हो सकता है,

तो नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज (एनआईएआईडी) के निदेशक ने कहा,

कि वह पूरी तरह से आगे की किसी भी जांच के पक्ष में हैं जो चीन के पक्ष में चला गया है.

हालांकि, उन्होंने ऐसी किसी संभावना से साफ इंकार नहीं किया.

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उन्होंने दोहराया कि एनआईएच और एनआईएआईडी ने स्पष्ट रूप से वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (डब्ल्यूआईवी) में किए जाने वाले फंक्शन रिसर्च के लाभ को फंड नहीं दिया है.

पिछले साल डॉ फाउची ने इस सिद्धांत को काफी हद तक खारिज कर दिया,

था कि घातक कोविड -19 वायरस जिसके कारण दुनिया भर में 165 मिलियन से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं.


अब तक 35 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है,

आनुवंशिक रूप से चीन के वुहान में एक प्रयोगशाला से लीक हुए थे.

एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रम्प प्रशासन के अधिकारियों और रिपब्लिकन लंबे समय से,

यह तर्क दे रहा है कि एक लैब लीक की वजह से कोविड-19 का संक्रमण फैला.

हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने पिछले हफ्ते लैब लीक सिद्धांत को ‘असंभव’ बताया.

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