नई दिल्ली : भारतीय कप्तान Anushka -Virat को भारत का सुपर कपल माना जाता है.
अपने-अपने क्षेत्र में तो दोनों स्टार हैं ही लेकिन जब भी देश किसी मुश्किल का सामना करता है वहां भी दोनों मदद के लिए हमेशा सबसे आगे नजर आते हैं.
पिछले साल से लेकर अब तक वह लगातार कोरोना पीड़ितों के लिए काम कर रहे हैं.
कोरोना के अलावा इस कपल ने हाल ही में एक मासूम बच्चे की जान बचाने में भी अहम रोल निभाया जो एक बेहद ही गंभीर बीमारी का शिकार था.
आयांश नाम के बच्चे के माता-पिता ने सोशल मीडिया पर लोगों से मदद मांगते हुए बताया था कि उनके बेटे को एक बेहद ही गंभीर बीमारी है.
उनके बच्चे को रेयर जेनेटिक डिसऑर्डर है.
इसके इलाज के लिए उन्हें दुनिया की सबसे महंगी दवाई जोलगेंज्मा चाहिए थी जिसकी कीमत 16 करोड़ रुपए है.
इसके लिए उन्होंने कैंपेन शुरू किया और ‘AyaanshFightsSMA’ के नाम से ट्विटर अकाउंट भी बनाया.
इस कैंपेन में कई लोगों ने आगे आकर मदद की जिसमें विराट कोहली और अनुष्का शर्मा भी शामिल रहे.
कैंपेन की मदद से आयांश के माता-पिता को 16 करोड़ रुपए की राशि मिली जिससे अब वह अपने बच्चे का इलाज कराएंगे.
सोशल मीडिया दोनों ने इस बारे में जानकारी दी और मदद करने वालों को शुक्रिया कहा.
इसके बाद एक और ट्वीट करके उन्होंने विराट कोहली और अनुष्का शर्मा को खासतौर पर धन्यवाद कहा.
इस ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘Anushka -Virat हम हमेशा से ही आपके फैन रहे हैं लेकिन आयांश के लिए जो आपने किया उसकी हमने कल्पना भी नहीं की थी.
आपकी मदद के लिए शुक्रिया. आप के कारण हम यह मैच छक्के के साथ जीतने में कामयाब रहे.
हम हमेशा इस मदद के लिए आपके कर्जदार रहेंगे.’
WE DID IT!!!
Never thought that this arduous journey we set on to #saveayaanshgupta would culminate this beautifully. Happy to announce tht we have reachd ₹16 Cr. needed to get #Zolgensma for #Ayaansh. A big thank you to every person who supported us. This is your victory.✌️✌️ pic.twitter.com/n0mVl1BvGv
— AyaanshFightsSMA (@FightsSma) May 23, 2021
पहले भी कर चुके हैं मदद
इस ट्वीट में यह तो खुलासा नहीं किया गया कि विराट और अनुष्का ने कितने पैसे कैंपेन को दान किए हैं
लेकिन यह अंदाजा जरूर लगाया जा सकता है कि यह बड़ी रकम है.
Anushka -Virat कोरोना के खिलाफ जंग में भी लोगों की मदद के लिए सामने आए थे.
Anushka -Virat के साथ मिलकर 11 करोड़ की राशि इकट्ठा की थी.
इन पैसों को ऑक्सीजन व चिकित्सा से जुड़ी अन्य सुविधाओं के लिए इस्तेमाल में लाया गया था.
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