Sushil Kumar स्पेशल सेल ने दिल्ली के टॉप-10 गैंगस्टर में शुमार काला जठेड़ी व लारेंस विश्नोई के रिश्तों की कुंडली खंगाला शुरू कर दिया है.
नई दिल्ली: Sushil Kumar को सागर धनखड़ हत्याकांड में चार दिन की पुलिस कस्टडी बढ़ा दी.
पुलिस ने 23 मई को सुशील को दिल्ली के मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया था.
इसके बाद पुलिस ने कोर्ट में सुशील के 12 दिन के रिमांड की मांग की थी.
मगर कोर्ट ने पुलिस को 6 दिनों का रिमांड मंजूर किया था. ये रिमांड आज पूरा हो गया था.
Wrestler Sushil Kumar की कोर्ट ने चार और दिन की पुलिस कस्टडी बढ़ा दी.
मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट मयंक गोयल ने कहा कि न्याय के हित में मैं केवल चार दिन के लिए पुलिस की अर्जी को मंजूरी देना उचित समझता हूं.
पुलिस ने सुशील कुमार की सात दिन की हिरासत मांगी थी.
Delhi Court extends wrestler Sushil Kumar’s police remand for 4 days in the murder of 23-year-old Sagar Rana at Chhatrasal Stadium. pic.twitter.com/bsnuyjEpZq
— ANI (@ANI) May 29, 2021
सुशील कुमार और उसके साथियों ने 4 और 5 मई की रात को पहलवान सागर धनखड़
और उसके दो मित्रों के साथ मारपीट की थी. सागर धनखड़ ने बाद में दम तोड़ दिया था.
पुलिस की स्पेशल सेल ने दिल्ली के टॉप-10 गैंगस्टर में शुमार काला जठेड़ी व लारेंस विश्नोई के रिश्तों,
को लेकर सागर हत्याकांड में गिरफ्तार सुशील कुमार की कुंडली खंगाला शुरू कर दिया है.
सुशील ने प्रिंस से मारपीट का वीडियो बनाने को भी कहा था,
जिसे बाद में पुलिस ने बरामद कर लिया था. प्रिंस सागर छत्रसाल स्टेडियम में विवाद के दौरान भी मौजूद था.
Wrestler Sushil Kumar के आपराधिक दुनिया के लोगों से कनेक्शन की दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने जांच शुरू कर दी है.
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के मुताबिक, सुशील कुमार काला जठेड़ी को लोगों की हैसियत
और उनके कामकाज के बारे में जानकारी देता था.
अब ऐसे में पुलिस सुशील पर जल्द ही मकोका लगा सकता है,
जिससे सुशील कुमार की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं.
पहलवान सुशील कुमार को एक और झटका लगा है.
सुशील कुमार का करीबी दोस्त प्रिंस, सागर राणा हत्याकांड में सरकारी गवाह बनने के लिए तैयार हो गया है.
इससे पहले दिल्ली उच्च न्यायालय ने हत्या के संबंध में,
पहलवान और ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार के मुकदमे को ‘सनसनीखेज’ बनाने से मीडिया को रोकने
के लिए उचित नियम बनाने के अनुरोध वाली याचिका पर सुनवाई से शुक्रवार को इनकार कर दिया.
कहा कि ऐसे व्यक्ति के लिए जनहित याचिका दायर नहीं की जा सकती जिसे सब जानते हैं.