Amul vs PETA India के बीच छिड़े इस बहस पर सोशल मीडिया में घमासान मच गया है
नई दिल्ली: Amul vs PETA India बहुत से लोग vegan milk के पक्ष में खड़े हो गए हैं जबकि बहुत से लोग Amul का पक्ष ले रहे हैं.
Vegan Milk पौधों से बनाए जाने वाला दूध है, यह पशुओं से प्राप्त होने वाले दूध से अलग होता है.
वीगन मिल्क में शानदार स्वाद और कम मात्रा में फैट होता है.
Soya Milk, Rice Milk, Coconut Milk, Cashew Milk, Almond Milk, Oats Milk आदि Vegan Milk कैटेगरी में आते हैं.
Amul ने जानवरों के अधिकारों के लिए काम करने वाली संस्था PETA India के सुझाव पर सवाल उठाए हैं.
PETA India ने सुझाव दिया था कि उसे vegan milk पर स्विच कर जाना चाहिए.
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Amul vs PETA India: अमूल ने कहा है कि उसके प्लांट बेस्ड डेयरी प्रोडक्ट पर शिफ्ट होने के बाद देश के करोड़ों लोगों के सामने रोजगार का संकट उत्पन्न हो जाएगा.
अमूल ने पेटा पर हमला करते हुए कहा कि विदेशी फंड से चलाए जा रहे,
एनजीओ भारतीय डेरी इंडस्ट्री को बर्बाद करना चाहते है.
एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड काउंसिल ऑफ इंडिया ने पेटा द्वारा अमूल के खिलाफ दायर एक याचिका को खारिज कर दिया था.
याचिका में पेटा ने कहा था कि प्लांट बेस्ड प्रोडक्ट को दूध नहीं कहा जा सकता.
इसलिए अमूल पर कार्रवाई की जानी चाहिए.
GCMMF के मैनेजिंग डायरेक्टर आरएस सोढ़ी ने कहा,
“देश के कोऑपरेटिव डेयरी सेक्टर में 10 करोड़ से अधिक किसान कामकाज कर रहे हैं.
अगर कंपनी दूध का उपयोग करना बंद कर देगी तो इन 10 करोड़ लोगों को रोजगार का संकट उत्पन्न हो जाएगा.
Peta wants Amul to snatch livelihood of 100 mill poor farmers and handover it’s all resources built in 75 years with farmers money to market genetically modified Soya of rich MNC at exhorbitant prices ,which average lower middle class can’t afford https://t.co/FaJmnCAxdO
— R S Sodhi (@Rssamul) May 28, 2021
PeTa India ने कहा था कि अमूल Amul को वीगन मिल्क प्रोडक्ट के उत्पादन के बारे में विचार करना चाहिए.
अमूल को तेजी से बढ़ रहे वीगन मिल्क मार्केट का लाभ मिलना चाहिए.
PeTa India ने कहा Amul को संसाधन बर्बाद करने की जगह प्लांट आधारित डेयरी की बढ़ती हुई मांग का फायदा उठाना चाहिए
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