Assam Doctor assault case कोरोना मरीज की मौत के बाद परिवार के सदस्यों ने डॉक्टर पर हमला कर दिया. डॉक्टर की बेरहमी से पिटाई की गई.
नई दिल्ली : Assam Doctor assault case ऐसा ही एक मामला असम में सामने आया है. कुछ लोग ऐसे भी हैं जो गुस्से में डॉक्टरों को ही निशाना बना रहे हैं.
यहां एक कोविड केयर सेंटर में कोरोना मरीज की मौत के बाद उसके परिवार के सदस्यों ने डॉक्टर पर हमला कर दिया.
डॉक्टर की बेरहमी से पिटाई की गई. घटना का वीडियो वायरल है.
Assam Doctor assault case की घटना असम के होजई जिले में 1 जून को हुई.
वीडियो में दिख रहा है कि कई लोगों को डॉक्टर को घेरकर लात-घूंसों से मार रहे हैं.
जमीन पर बैठा डॉक्टर बचने के लिए छटपटा रहा है.
डॉक्टर की पहचान सेज कुमार सेनापति के रूप में हुई है.
डॉक्टर से मारपीट पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने स्टेटमेंट जारी करके विरोध जताया.
सीएम हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने भी हमले की निंदा की.
इसके बाद पुलिस हरकत में आई.कुछ ही घंटों में 24 लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
फौरन कार्रवाई करते हुए लोगों को गिरफ्तार किया गया हो, लेकिन IMA ने मामले पर गृहमंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखी है.
IMA की मांग है कि हेल्थ वर्कर्स के खिलाफ हिंसा को लेकर अलग कानून बनाया जाए.
घटना के बाद 1 जून को सीएम सरमा ने ट्वीट किया-
“हमारे फ्रंटलाइन वर्कर्स पर इस तरह के बर्बर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे. राज्य पुलिस ये सुनिश्चित करे कि दोषियों को सजा मिले.”
Such barbaric attacks on our frontline workers won’t be tolerated by our administration. @gpsinghassam @assampolice Ensure that the culprits brought to justice. https://t.co/HwQfbWwYmn
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) June 1, 2021
असम विधानसभा के डिप्टी स्पीकर डॉ. नुमाल मोमिन ने भी आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की.
उन्होंने ट्वीट किया-
Brutality against a Doctor post MBBS , rural posting is highly condemable . I demand an impartial inquiry and Strict action against those culprit. pic.twitter.com/dduekwvDih
— Dr Numal Momin MD. (@DrNumal) June 1, 2021
Assam Doctor assault case के बाद AMSA ने होजई के डिप्टी कमिश्नर को चिट्ठी लिखकर सख्त कार्रवाई की मांग की थी.
AMSA ने अल्टीमेटम भी दिया कि अगर 2 जून की सुबह 7 बजे तक दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया गया,
तो सभी ओपीडी और अन्य सेवाओं का बहिष्कार कर दिया जाएगा.
एसोसिएशन ने भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सभी अस्पतालों को सुरक्षा देने और 24 घंटे CCTV निगरानी कराए जाने की भी मांग की.
असम के स्वास्थ्य मंत्री केशब महंता ने फ्रंटलाइन हेल्थवर्कर्स और डॉक्टरों को पूरी सुरक्षा प्रदान करने की घोषणा की है.
उन्होंने कहा कि किसी ने भी अगर फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर्स के साथ अभद्रता की कोशिश की तो बख्शा नहीं जाएगा.
असम में जूनियर डॉक्टर पर हमले की इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने भी निंदा की और गृहमंत्री अमित शाह को एक चिट्ठी भी लिखी.
चिट्ठी में IMA ने सख्त कानून बनाने की मांग करते हुए लिखा कि भारत को हेल्थकेयर वर्कर्स के खिलाफ होने वाली हिंसा रोकने वाले मजबूत और सक्षम कानून की जरूरत है.
हम आपसे ऐसा कानून बनाने की मांग करते हैं,
जिससे हेल्थवर्कर्स पर होने वाली हिंसा से सख्ती से निपटा जा सके.
IMA का कहना था कि ये समस्या वास्तव में बहुत बड़ी है.
असम की घटना तो बस इसका छोटा सा हिस्सा भर है.
इस तरह की घटनाएं साल दर साल बढ़ी हैं, और डॉक्टरी के पेशे के लिए खतरा पैदा कर रही हैं.