नई दिल्ली: PM Modi meets Yogi: योगी आदित्यनाथ ने अमित शाह के साथ बैठक के बाद आज प्रधानमंत्री से मुलाकात की.
कयास लग रहे हैं कि यूपी में 2022 चुनाव के मद्देनजर कैबिनेट विस्तार पर मुहर लग सकती है.
PM Modi meets Yogi यूपी में उभरे मतभेदों के सुरों के बीच,
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री आवास पर मीटिंग खत्म करके भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा से मुलाकात करने के लिए रवाना हो चुके हैं.
सूत्रों ने बताया कि पीएम से मुलाकात करीब 70 मिनट चली.
पीएम से मुलाकात के बाद सीएम योगी ने एक ट्वीट में लिखा,
आज आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी से नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट एवं मार्गदर्शन प्राप्ति का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
अपनी व्यस्ततम दिनचर्या से भेंट के लिए समय प्रदान करने व आत्मीय मार्गदर्शन करने हेतु आदरणीय प्रधानमंत्री जी का हृदयतल से आभार। pic.twitter.com/0pAmYVA44q
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 11, 2021
‘आज आदरणीय प्रधानमंत्री @narendramodi जी से नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट एवं मार्गदर्शन प्राप्ति का सौभाग्य प्राप्त हुआ.
व्यस्ततम दिनचर्या से भेंट के लिए समय प्रदान करने व आत्मीय मार्गदर्शन करने हेतु पीएम का हृदय से आभार.
‘गौरतलब है कि पिछले कुछ समय में योगी के खिलाफ असहमति के सुर उभरे हैं.
फीडबैक रिपोर्ट भगवा वस्त्र धारण करने वाले मुख्यमंत्री योगी को पार्टी सांसदों और विधायकों की ‘पहुंच से दूर’ बताया गया है:सूत्र
और कोरोना महामारी से निपटने के यूपी सरकार के प्रबंधन को लेकर भी सवाल उठे थे.
योगी ने गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भेंट की, यह मुलाकात करीब डेढ़ घंटे तक चली थी.
ऐसे समय जब यूपी में विधानसभा चुनाव में एक वर्ष से भी कम समय शेष है,
बीजेपी का पूरा ध्यान पार्टी में बढ़ रहे मतभेदों को दूर करने पर केंद्रित है.
सूत्रों ने साफ किया कि पार्टी सीएम योगी आदित्यनाथ को बदलने पर विचार नहीं कर रही हैं.
वरिष्ठ नेता बीके संतोष के नेतृत्व वाली टीम यूपी में सरकार को लेकर फीडबैक लिए जाने के बाद आज की बैठक हो रही है.
भाजपा सूत्रों के अनुसार रिपोर्टों में कहा हैं कि योगी गैर ठाकुरों विशेषकर ब्राह्मणों के बीच असंतोष और
सभी को साथ लेकर नहीं चल पा रहे हैं.
जब यूपी कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहा था तब तो भाजपा में यह असंतोष, गहरी नाराजगी में बदल गया.
यूपी में फेरबदल में हाल ही में भाजपा में एंट्री करने वाले जितिन प्रसाद को अहम भूमिका मिल सकती है.
जितिन प्रसाद यूपी में कांग्रेस के शीर्ष ब्राह्मण चेहरे के तौर पर थे और राज्य में इस समाज के करीब 13 फीसदी वोट हैं.
जितिन ने बुधवार को ही कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा के साथ नाता जोड़ा है.
भाजपा सूत्रों के अनुसार, पूर्व नौकरशाह और पीएम मोदी के करीबी माने जाने एके शर्मा को भी यूपी सरकार में रोल दिया जा सकता है.