लखनऊ: BSP MLAs ने सपा मुख्यालय पर अखिलेश यादव से मुलाकात की.
अटकलें हैं कि जल्द ही नौ बागी बसपा विधायकों अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की समाजवादी पार्टी में शामिल होंगे.
BSP MLAs से इस मुलाकात पर सपा का अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
आज अखिलेश से मिलने वाले BSP के बागियों में असलम राइनी (भिनगा-श्रावस्ती),
असलम अली चौधरी (ढोलाना-हापुड़), मुज़्तबा सिद्दीकी (प्रतापपुर-इलाहाबाद),
हाकिम लाल बिंद (हांडिया-प्रयागराज), हरगोविंद भार्गव (सिधौली-सीतापुर),
सुषमा पटेल (मुंगरा बादशाहपुर), वंदना सिंह (सगड़ी-आज़मगढ़), रामवीर उपाध्याय (सादाबाद) तथा अनिल सिंह (उन्नाव) शामिल हैं.
BSP MLAs राम अचल राजभर और लालजी वर्मा को दरअसल, मायावती ने उनके द्वारा पंचायत चुनावों के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप लगाकर बसपा से निष्कासित किया था.
मायावती ने सभी पदाधिकारियों को यह भी निर्देश दिए थे कि इन दोनों विधायकों को पार्टी के किसी भी,
कार्यक्रम में न बुलाया जाए.
गौरतलब है 2017 के विधानसभा चुनाव में BSP के 19 विधायक जीते थे,
लेकिन बाद में अंबेडकरनगर नगर सीट पर हुए उपचुनाव में BSP अपनी यह सीट हार गई थी.
बाद में रामवीर उपाध्याय और अनिल सिंह को पार्टी अध्यक्ष मायावती ने पार्टी-विरोधी गतिविधियों,
के आरोप में पार्टी से निष्कासित कर दिया था.
BSP supremo Mayawati के काफी करीबी राम अचल राजभार और लालजी वर्मा थे.
दोनों विधायक अम्बेडकरनगर जिले में बसपा कटेहरी एवं अकबरपुर विधानसभा क्षेत्र में काबिज थे,
लेकिन पंचायत चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों एवं उससे पूर्व विभिन्न मौकों पर बरती गई,
अनुशासनहीनता ने लालजी वर्मा व राम अचल राजभर को बहुजन समाज पार्टी से बाहर होने पर विवश कर दिया.
पूर्व मंत्री राम अचल राजभर के विरुद्ध शासन स्तर पर विभिन्न जांचें भी चल रही हैं.
दोनों लोगों से बसपा छुटकारा भी पाना चाहती थी शायद उनके निष्कासन की यह भी बड़ी वजह थी.
दोनों नेता बसपा के स्थापना के समय से पार्टी से जुड़े थे.
फिर पिछले साल हुए राज्यसभा चुनाव के दौरान BSP के सात विधायकों ने BSP प्रत्याशी के समर्थन में प्रस्तावक होने से इनकार करते हुए दावा किया था कि उनके दस्तखत फर्ज़ी हैं.
वे समाजवादी पार्टी प्रत्याशी के समर्थक और प्रस्तावक बन गए,
जिसके परिणामस्वरूप मायावती ने उन्हें भी पार्टी से निकाल दिया.
ये विधायक राज्यसभा चुनाव के दौरान भी अखिलेश से मिले थे.
और सपा आने की खूब चर्चा चली थी.