नई दिल्ली: Corona virus Mutation:पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कोरोना वायरस अभी भी है और हमारे बीच अब भी इसके Mutate करने की संभावना बनी हुई है.
फ्रंटलाइन वर्करों के लिए पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा एक क्रैश कोर्स की शुरुआत की गई है.
पीएम मोदी ने कोरोना महामारी को लेकर देश को तैयार रहने का संदेश दिया है.
शुक्रवार के दिन नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से क्रैश कोर्स प्रोग्राम का शुभारंभ किया.
इसकी शुरुआत पीएम कौशल विकास योजना 3.0 के तहत देशभर के 26 राज्यों में स्थित 111 प्रशिक्षण केंद्रों में की जाएगी.
इस प्रयास के बीच स्किल्ड मेनपावर का पूल होना, इसमें नए लोगों का जुड़ते रहना भी जरूरी है.
हर राज्य और यूटी की मांग के आधार पर देश के टॉप विशेषज्ञों ने यह क्रेश कोर्स डिजाइन किया गया है.
आज छह नए कस्टमाइज कोर्स लांच किए जा रहे हैं.
इसके लिए हमें हर सावधानी से तैयारी और ज्यादा बढ़ानी होगी.
बता दें कि यह क्रैश कोर्स अगले 2-3 महीनों में पूरा हो जाएगा.
पीएम मोदी ने कहा कि महामारी ने दुनिया के हर देश, हर संस्था, हर समाज और हर परिवार के सामर्थ्य को बार बार परखा है.
इस मौके पर उन्होंने कहा कि 21 जून से और बड़े स्तर पर टीकाकरण अभियान शुरू हो रहा है.
इसके लिए गाइडलाइन जारी की गई है.
सरकार हर देशवासी को मुफ्त टीका लगाने के लिए प्रतिबद्ध है,
हमें हर तरीके से कोरोना प्रोटोकाल का पालन करना होगा.
Corona virus Mutation: पीएम ने कहा कि कोरोना की दूसरी वेब में हमने देखा कि कोरोना वायरस का बार बार बदलता स्वरूप हमारे सामने किस तरह की चुनौती सामने ला सकता है.
यह वायरस हमारे बीच अभी भी है और इसके म्यूटेट होने की आशंका है,
इसलिए हर इलाज और हर संभावना के साथ हमें अपनी तैयारियों को और ज्यादा बढ़ाना होगा.
इस महामारी ने दुनिया को हर देश, संस्था, समाज, परिवार, इंसान के सामर्थ को, उसकी सीमा को बार बार परखा है.
इस महामारी ने हमें अपनी क्षमताओं का विस्तार करने के लिए सतर्क भी किया है.
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पीएम मोदी ने कहा देश के दूर-सुदूर के क्षेत्रों में अस्पतालों में पीपीई किट,
ऑक्सीजन कंसनट्रेटर्स पहुंचाने का काम जी से किया जा रहा है.
डेढ़ हजार से ज्यादा ऑक्सीजन प्लांट बनाने का काम युद्ध स्तर जारी है,
हिंदुस्तान के हर जिले तक पहुंचने का एक भगीरथ प्रयास किया जा रहा है.
इस अभियान से कोविड से लड़ रही हमारे फ्रंटलाइन फोर्स को नई ऊर्जा मिलेगी
और नौजवानों को रोजगार के लिए अवसर भी बढ़ेंगे.
हेल्थ सेक्टर के लोगों ने कोरोना से निपटने के लिए अपनी स्किल को अपग्रेड या वेल्यूएड किया है
और समय की यही मांग है.
जिस तरह से तकनीक जीवन के हर क्षेत्र में प्रवेश कर रही है,
हमें अपने को लगातार अपडेट करते रहने की जरूरत है.