नई दिल्ली : WHO advises दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र (Southeast Asia Region) के देशों से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा.
देशों को तीसरी लहर से लड़ने के लिए अभी से तैयार रहने की सलाह दी गई है.
देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने पिछले दिनों काफी तबाही मचाई थी.
अब जब देश में मामले कम होने लगे हैं तो लोगों में लापरवाही भी उतनी ही देखने को मिल रही है.
WHO advises अब कोरोना वैक्सीनेशन में तेजी लाये देश.
डब्ल्यूएचओ (WHO) की दक्षिण पूर्वी एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा
कि हमें लगातार टेस्टिंग, आइसोलेशन, सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन और अन्य प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए.
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि लोगों को मास्क पहनाने के लिए सख्ती बढ़ाने की आवश्यकता है.
ये उपाय पूरी तरह से लागू होने चाहिए और उन क्षेत्रों में लंबी अवधि के लिए,
जहां कोरोना के मामलों में अभी गिरावट नहीं आई है.
सार्वजनिक स्वास्थ्य और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कर बिना दवाओं के कोरोना को हराया जा सकता है.
व्यक्तिगत सुरक्षा जैसे कि सफाई, डिसइन्फेक्शन, वेंटिलेशन, निगरानी, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, आइसोलेशन और क्वारंटाइन जरूरी है.
सोशल डिस्टेंसिंग, घरेलू आवाजाही पर प्रतिबंध लगाना भी शामिल है.
क्षेत्रीय निदेशक ने कहा कि ये उपाय संक्रमण को रोकने और लोगों की जान बचाने में कारगर साबित होंगे.
क्षेत्रीय निदेशक ने कहा कि इन उपायों को न्यूनतम प्रशासनिक स्तर (Minimum Administrative Level) से लागू किया जाना चाहिए.
जिन राज्यों में ज्यादा मामले हैं या ज्यादा एक्टिव केस हैं,
वहां इन उपायों को और अधिक सख्ती से और लंबी अवधि के लिए लागू करने की आवश्यकता है.
इस सप्ताह की शुरुआत में मालदीव और म्यांमार ने वेरिएंट के प्रसारण की पुष्टि की.
इससे पहले, बांग्लादेश, भारत, इंडोनेशिया, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड और तिमोर-लेस्ते में नए वेरिएंट की पुष्टि की गई है.
दुनिया भर के देश वर्तमान में कोरोना महामारी के विकास के विभिन्न चरणों में हैं और विभिन्न महामारी विज्ञान स्थितियों का सामना कर रहे हैं.
हालांकि कई देशों में अब मामलों में गिरावट देखी जा रही है.
इसमें मुख्य रूप से भारत शामिल है, वहीं, कुछ अन्य देशों में मामले अभी भी बढ़ रहे हैं.
डब्ल्यूएचओ (WHO) ने चेतावनी देते हुए कहा कि हमे नहीं भूलना चाहिए की महामारी अभी भी आसपास है.
हमें अभी भी सभी गाइडलाइन का पालन करने की जरूरत है.
जिससे आने वाले समय में ज्यादा परेशानी का सामना न करना पड़े.