लखनऊ: Next assembly election: उत्तर प्रदेश में 2022 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और भाजपा के अंदर राज्य में नेतृत्व को लेकर सुगबुगाहट जारी है, उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री Swami Prasad Maurya ने बड़ा बयान दिया है.
वो मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी हो सकते हैं और कोई नया चेहरा भी हो सकता है.’
यूपी में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी में लगातार मंथन चल रहा है.
Next assembly election चुनावी रणनीति पर चर्चा के लिए बैठकों का दौर लगातार जारी है. सीएम योगी आदित्यनाथ हाल ही में दिल्ली का दौरा कर चुके हैं.
बता दें कि, उत्तर प्रदेश में 2022 विधानसभा चुनाव किसके नेतृत्व में लड़ा जाएगा
इसे लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी में अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं.
स्वामी प्रसाद ने कहा कि पार्टी के पास 2017 में कोई चेहरा नहीं था. तब केंद्रीय नेतृत्व ने ही चेहरा दिया था.
इसी तरह इस बार भी केंद्रीय नेतृत्व ही तय करेगा कि चेहरा योगी आदित्यनाथ होंगे
या फिर चुनाव जीतने के बाद कोई और नेता होता है.
“मैं व्यक्तिगत तौर पर ये कह सकता हूं कि सब कुछ 2022 चुनाव के बाद ही तय हो सकता है.
विधायक दल की बैठक से ही चेहरा तय हो जाएगा.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने एटा में दावा किया था कि पार्टी अगला विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में लड़ेगी,
वहीं, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार को बरेली में
कहा था कि राज्य का आगामी विधानसभा चुनाव किसके नेतृत्व में लड़ा जाएगा, ये पार्टी संसदीय बोर्ड तय करेगा.
एटा में भाजपा कार्यालय पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शुक्रवार को कहा था कि,
”प्रदेश में भ्रष्टाचार गुंडागर्दी खत्म हो गई है, विकास हो रहा है
और हम ऐसे कर्मठ, योग्य, ईमानदार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 2022 का चुनाव लड़ेंगे.”
इससे पहले हाल ही में बरेली में उपमुख्यमंत्री मौर्य ने पत्रकारों से कहा था कि,
”भाजपा प्रदेश का अगला विधानसभा चुनाव किसके नेतृत्व में लड़ेगी,
इसका फैसला भाजपा का सामूहिक नेतृत्व और संसदीय बोर्ड तय करेगा.”
2017 में भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा का चुनाव केशव प्रसाद मौर्य की अगुवाई में लड़ा
और तब भाजपा को 312 और सहयोगी अपना दल (एस) को 9 और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को 4 सीटें मिली थी.
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अब बीजेपी के साथ नहीं है.
साल 2022 उत्तर प्रदेश की राजनीति के लिए अहम होने वाला है, क्योंकि अगले साल यूपी में चुनाव होने वाले हैं.
अगले साल के लिए भूमिकाएं अभी से ही बनने लगी हैं.
पार्टियों के अंदर नेतृत्व का सवाल हो या पार्टियों के बीच रस्साकशी हो, गर्मागर्मी तेज हो रही है.