नई दिल्ली: : Madan Sahni ने ट्रांसफर पोस्टिंग में अपनी नहीं चलने से नाराज नीतीश (Nitish Kumar) कैबिनेट में मंत्री मदन सहनी कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दिया हैं.
नीतीश सरकार को बड़ा झटका,
बिहार में बड़े पैमाने पर हुए Bihar officers Transfer Posting को 24 घंटे भी नहीं गुजरे हैं कि सियासी बवाल मच गया है.
गुरुवार को ट्रांसफर पोस्टिंग में अपनी नहीं चलने से Nitish Kumar कैबिनेट में
मंत्री मदन सहनी में मंत्री पद से ही इस्तीफे का ऐलान कर दिया है
Madan Sahni ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हम लोग बरसों से तानाशाही झेल रहे हैं,यातना झेल रहे हैं लेकिन अब बर्दास्त नहीं हो रहा है.
साहनी ने कहा कि इसलिए अब हमनें मन बना लिया है कि हम अब इस्तीफा दे देंगे.
उन्होंने आगे कहा कि जब हम किसी का भला नहीं कर सकते है तो हम केवल सुविधा लेने के लिए नहीं बैठे हैं.
सहनी ने कहा कि नीतीश मंत्रिमंडल में मंत्रियों का कोई मोल नहीं जबकि अफसर अवैध कमाई कर रहे हैं.
सहनी ने नीतीश कुमार के बेहद करीबी अफसर चंचल कुमार की संपत्ति जांच की भी मांग की है.
नीतीश के मंत्री ट्रांसफर पोस्टिंग में करोड़ों रुपए कमाए हैं.
यह आरोप विपक्ष का नहीं है बल्कि सत्ताधारी पार्टी भारतीय जनता पार्टी .
के ही विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने लगाया है.
वहीं बीजेपी ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है.
सत्ताधारी पार्टियों के आरोप-प्रत्यारोप और इस्तीफे की पेशकश पर विपक्ष को एक नया मुद्दा बैठे-बिठाए मिल गया है.
मामले पर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि कल तक जो आरोप नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगा रहे थे.
आज बिहार सरकार के मंत्री और बीजेपी के विधायक ने ही इस पर मुहर लगा दी है.
बुधवार को बिहार के सरकारी विभागों में.
हजारों सरकारी अफसरों का तबादला हुआ है.
अकेले ग्रामीण विकास विभाग में ही ढाई सौ से ज्यादा प्रखंड विकास पदाधिकारियों का तबादला हुआ है .
समाज कल्याण विभाग में मंत्री की लिस्ट अब सर दबा कर बैठे हैं.
जिससे नाराज मंत्री ने इस्तीफे की पेशकश की है.
पार्टी से इस्तीफा देने के सवाल पर सहानी ने कहा कि पार्टी में बने रहेंगे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में भी रहेंगे.