मास्क की अनिवार्यता को स्टडी ने फिर से किया लागू
नई दिल्ली : Corona Vaccine : अमेरिका ने मास्क फ्री की घोषणा कर दी थी,
लेकिन उसके बाद से कोरोना के केस वहां तेजी से बढ़े हैं,
बीते मंगलवार को फिर से अमेरिका में मास्क को अनिवार्य कर दिया गया है.
भारत में कोरोना की दूसरी लहर में डेल्टा वेरिएंट ने जो हालात पैदा किये थे,
वो स्थिति अब दुनिया के कई देशों में देखी जा रही हैं.
Corona Vaccine : अमेरिका में कोरोना का डेल्टा वेरिएंट अब बहुत खतरनाक रूप धारण कर चुका है.
एक अमेरिकी स्टडी में चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं.
दरअसल, अमेरिका में जब मास्क की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया था.
तो उस वक्त वहां की सरकार की तरफ से ये दलील दी गई थी कि अमेरिका की एक बड़ी आबादी को टीका लगाया जा चुका है,
इसलिए मास्क की अनिवार्यता को खत्म किया जा रहा है, लेकिन जो स्टडी सामने आई है,
उसने फिर से मास्क को अनिवार्य करने पर मजबूर कर दिया है.
दरअसल, एक अमेरिकी स्टडी के डेटा को जारी करते हुए CDC ने बताया है.
कि एक व्यक्ति जो पूरी तरह से वैक्सीनेट हो चुका है,
अगर उसे कोरोना होता है तो वो बिना वैक्सीनेट वाले व्यक्ति के बराबर या उससे अधिक संक्रमण फैला सकता है.
CDC के डाटा के अनुसार, मैसाचुसेट्स में कोरोना महामारी के दौरान तीन-चौथाई लोग ऐसे फिर से संक्रमित हुए हैं
जो पूरी तरह से वैक्सीनेट हो चुके हैं और इनमें से 4 को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है.
अमेरिकी एजेंसी मॉर्बिडिटी एंड मॉर्टेलिटी की वीकली रिपोर्ट में ये पता चला है.
कि पूरी तरह से वैक्सीनेट हो चुका व्यक्ति फिर से कोरोना की चपेट में आया.
और उसकी नाक में वायरस की मौजूदगी उतनी ही मिली.
जितनी कि अन्य व्यक्तियों की नाक में देखी गई.
इस स्टडी को मास्क की सिफारिश के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी माना है.
इस स्टडी के आंकड़ों को लेकर CDC के डायरेक्टर डॉ रोशेल वालेंस्की ने एक बयान में कहा है.
“अमेरिका में मास्किंग सिस्टम को फिर से इसलिए लागू किया गया है,
ताकि वैक्सीनेट व्यक्ति भी किसी दूसरे को वायरस ट्रांसमिट ना कर सके.
” आपको बता दें कि ये स्टडी 469 संक्रमित मरीजों पर की गई थी.
ये सभी लोग समर इवेंट्स और कई तरह के भीड़भाड़ वाले इवेंट्स को अटैंड कर चुके थे.
इनमें से 74 प्रतिशत पूरी तरह से वैक्सीनेट थे,
लेकिन इनमें संक्रमण की मौजूदगी अन्य मरीजों के मुकाबले ही नजर आई.