Lockdown in Kerala : केरल में कोरोना वायरस महामारी की रफ्तार बढ़ती ही जा रही है.
राज्य में लगातार दूसरे दिन 30 हजार से ज्यादा नए केस सामने आए हैं,
जिसके बाद केरल की पिनराई विजयन सरकार ने एक बार फिर से लॉकडाउन की सख्ती जारी करने के निर्देश दिए हैं.
फिलहाल रविवार को ही लॉकडाउन लगाया गया है. अभी कुछ हफ्ते पहले ही केरल सरकार ने पाबंदी को हटाया था.
दरअसल केरल में शुक्रवार को कोरोना के 32,801 नए मामले सामने आए.
20 मई के बाद यह दूसरी बार है जब राज्य में 30 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए.
आगामी त्योहारों से पहले ही केरल में कोरोना की स्थिति बिगड़ती जा रही है.
इससे पहले केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने राज्य में बढ़ती महामारी को लेकर होम आइसोलेशन को जिम्मेदार ठहराया था.
उन्होंने कहा था कि कोरोना संक्रमित अधिकांश लोग घर में ही क्वारंटाइन हो रहे हैं.
परिवार के एक सदस्य के कारण पूरा परिवार संक्रमित हो जा रहा है.
होम आइसोलेशन के नियमों का लोग ठीक से पालन नहीं कर रहे हैं
Lockdown in Kerala : पिनाराई विजयन ने कोविड प्रबंधन पर लगे आरोपों को किया खारिज
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भी केरल के कोविड प्रबंधन पर लगातार हो रहे हमले को ‘अवांछित’ बताते हुए खारिज कर दिया
और कहा कि ये महामारी के खिलाफ लोगों की लड़ाई को कमजोर करने के लिए जानबूझकर किए गए प्रयास हैं.
मुख्यमंत्री ने पार्टी के मुखपत्र के नवीनतम संस्करण में लिखा,
‘ये कदम सरकार के खिलाफ जनता की भावनाओं को भड़काने के लिए थे
और इस तरह एक ऐसी स्थिति पैदा करते हैं
जिसमें वायरस के संक्रमण के खिलाफ लड़ाई को लोगों द्वारा हल्के में देखा जाता है.’
पिनाराई विजयन ने कहा, ‘केरल में, ऑक्सीजन की कमी के कारण एक भी व्यक्ति की मृत्यु नहीं हुई थी.
किसी को भी स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच से वंचित नहीं किया गया है
या किसी को भी आपात स्थिति के दौरान अस्पताल के बिस्तर नहीं मिलने की स्थिति का सामना करना पड़ा है.
’ सीएम ने कहा कि जो लोग आलोचना कर रहे हैं केरल के मॉडल को इस बात की जानकारी नहीं है
कि राज्य में दूसरी लहर थोड़ी देर से शुरू हुई.
केंद्रीय गृह सचिव ने कल की थी समीक्षा बैठक
केंद्रीय गृह सचिव ने गुरुवार को केरल और महाराष्ट्र के राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की क्योंकि ये दो राज्य हैं
जहां वर्तमान में कोविड का एक असामान्य ग्राफ है.
केंद्र ने उच्च सकारात्मकता वाले क्षेत्रों में रात का कर्फ्यू लगाने का भी सुझाव दिया.
केरल में अन्य राज्यों की तुलना में पुन: संक्रमण के मामले अधिक पाए गए हैं,
जिसने जुलाई के अंतिम सप्ताह में शुरू हुई वृद्धि में योगदान दिया.
ओणम की भविष्यवाणी के ठीक बाद एक और चोटी की भविष्यवाणी की गई
और राज्य सरकार को उसी के अनुसार सतर्क कर दिया गया.
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने राज्य में कोविड-19 की चुनौती से निपटने में सरकार
की कथित विफलता को लेकर हो रही आलोचना को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें आशंका है
कि यह निंदा महामारी के खिलाफ जारी लड़ाई में लोगों के सहयोग को कमतर करने के लिए है.
केरल में कोरोना वायरस संक्रमण की बढ़ती हुई दर
और नये मामलों में वृद्धि को लेकर राज्य सरकार चौतरफा आलोचना का सामना कर रही है.