वाशिंगटन: काबुल हवाईअड्डे पर हुए आत्मघाती हमले को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति Joe biden ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
उन्होंने इस हमले के जिम्मेदार लोगों को उनके किए की सजा देने का संकल्प लिया
और कहा कि अफगानिस्तान से हजारों नागरिकों को निकालने के अपने मिशन को अमेरिका नहीं रोकेगा.
बता दें कि इस आत्मघाती हमले में 12 अमेरिकी सैनिकों की भी मौत हुई है.
Joe biden ने कहा कि इस हमले को अंजाम देने के साथ-साथ अमेरिका को नुकसान पहुंचाने की इच्छा रखने वाला कोई भी व्यक्ति ये जान लें .
हम माफ नहीं करेंगे, हम नहीं भूलेंगे,
चुन-चुन कर तुम्हारा शिकार करेंगे और मारेंगे.
आपको इसका अंजाम भुगतना होगा.
व्हाइट हाउस में काबुल के आत्मघाती हमले का शिकार हुए
अमेरिकी सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने
कहा कि काबुल से नागरिकों को निकालने का मिशन तय तारीख 31 अगस्त तक जारी रहेगा.
बाइडेन ने कहा कि हम आतंकवादियों से नहीं डरेंगे और हम उनको अपना मिशन नहीं रोकने देंगे.
नागरिकों को अफगानिस्तान से निकालना जारी रखेंगे.
उन्होंने अफगानिस्तान छोड़ने के लिए सभी अमेरिकी सैनिकों के लिए 31 अगस्त की समय सीमा की पुष्टि की
और कहा कि अमेरिकी सेना उस तारीख से पहले अधिक से अधिक लोगों को बाहर निकाल देगी.
बाइडेन ने ये भी कहा कि खतरे को जानते हैं, ये भी जानते हैं कि एक और हमला हो सकता है,
सेना ने निष्कर्ष निकाला है कि लोगों को बाहर निकालने का काम चलता रहे.
मुझे लगता है कि वे सही है.
उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें इस बात का कोई सबूत नहीं मिला है
कि तालिबान ने काबुल में घातक हमलों को अंजाम देने में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों के साथ मिलीभगत की थी.
गौरतलब है कि काबुल एयरपोर्ट के बाहर तीन धमाके हुए. धमाके में 60 से ज़्यादा लोगो के मारे जाने की खबर है.
पहला धमाका काबुल एयरपोर्ट के एब्बे गेट पर हुआ और दूसरा बैरन होटल के पास हुआ.
आईएसआईएस खुरासन ने ली हमले की ज़िम्मेदारी ली.तालिबान ने इस हमले की निंदा की है.