लखनऊ : ED : सीतापुर जेल में बंद सांसद Aajam Khan पर मनी लॉड्रिंग केस को लेकर प्रवर्तन निदेशालय का शिकंजा कसता जा रहा है.
प्रवर्तन निदेशालय ने आज यानि कि सोमवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान से पूछताछ की है.
फिलहाल आजम खान को पीएमएलए कोर्ट ने उनसे पूछताछ के लिए केंद्रीय एजेंसी को अधिकृत किया है.
अभी हाल ही में वे मेदांता अस्पताल से बीते 10 सितंबर को वह डिस्चार्ज होकर जेल में वापस आए थे.
दरअसल, सांसद आजम खां से रामपुर स्थित उनकी जौहर यूनिवर्सिटी की फंडिंग के बारे में पूछताछ की जा रही है.
जिसे विदेशी फंडिंग के आरोप भी लगे हैं. इससे पहले पिछले हफ्ते रामपुर जिला प्रशासन ने
मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय की 70.05 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन को जब्त कर लिया था.
मनी लॉड्रिंग केस में ED ने Aajam Khan से की कई घंटे पूछताछ
बता दें कि इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी नेता आजम खां से प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने सीतापुर जेल में पूछताछ की है.
वहीं, ईडी की टीम उनसे लगातार पूछताछ कर रही है.
रामपुर सांसद आजम खां 27 फरवरी 2020 से सीतापुर जेल में कई मामलों में बंद हैं.
वहीं, इससे पहले बीते सोमवार,
मंगलवार और बुधवार को भी ईडी की टीम ने आजम से कई घंटों तक पूछताछ की थी.
वहीं, बीते सोमवार को हाई कोर्ट का आदेश लेकर जेल
में पहुंची ईडी की टीम ने लगभग 3 घंटे तक आजम खां से बंद कमरे में पूछताछ की थी.
मंगलवार को फिर ईडी की टीम ने 4 घंटे तक लंबी पूछताछ की थी.
इसके बाद टीम के अधिकारी शाम चार बजे जेल से चले गए थे.
सपा नेता आजम खान के खिलाफ मामला
गौरतलब है कि सपा के नेता Azam Khan पर धोखाधड़ी और दस्तावेजों की जालसाजी सहित कई आरोप हैं.
बीते साल 2019 में आजम खान और उनके बेटे के खिलाफ एक FIR दर्ज की गई थी.
जिसमें आरोप लगाया गया था
कि उनके बेटे अब्दुल्ला ने अपने नामांकन पत्र के साथ स्वार विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए जाली दस्तावेज जमा किए थे.
ऐसे में चुनाव लड़ने के लिए योग्य बनने के लिए अपने नामांकन पत्र में अब्दुल्ला ने अपनी असल जन्म तिथि को बदलकर 1 जनवरी 1993 रखी थी,
जबकि उनकी वास्तविक जन्मतिथि 30 सितंबर, 1990 है.
इस दौरान सपा नेता और उनके बेटे को दो फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के लिए IPC की कई धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं.
उन्हें फरवरी 2021 में उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खान के साथ जेल में डाल दिया गया था.