नई दिल्ली : Garbage Free India : PM Modi ने ‘स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0’ और ‘अमृत 2.0’ की शुरुआत की.
इस दौरान उन्होंने कहा, बाबा साहब असमानता दूर करने का बहुत बड़ा माध्यम शहरी विकास को मानते थे.
बेहतर जीवन की आकांक्षा में गांवों से बहुत से लोग शहरों की तरफ आते हैं.
उनका जीवन स्तर गांवों से भी मुश्किल स्थिति में रहता है. ये उन पर एक तरह से दोहरी मार की तरह होता है.
एक तो घर से दूर, और ऊपर से ऐसी स्थिति में रहना.
इस हालात को बदलने पर, इस असमानता को दूर करने पर बाबा साहेब का बड़ा जोर था.
स्वच्छ भारत मिशन और मिशन अमृत का अगला चरण,
बाबा साहेब के सपनों को पूरा करने की दिशा में भी एक अहम कदम है.
स्वच्छ भारत मिशन-शहरी मिशन के दूसरे चरण
और अटल नवीकरण एवं शहरी परिवर्तन मिशन (अमृत) को देश के सभी शहरों को ‘कचरा मुक्त’
और ‘जल सुरक्षित’ बनाने की आकांक्षा को साकार करने के लिए तैयार किया गया है.
स्वच्छ भारत मिशन-शहरी (सीबीएम-यू) के दूसरे चरण का उद्देश्य सुविधाओं को बेहतर बनाना
और नगर निकायों को ठोस कचरे के प्रसंस्करण को मौजूदा 70 प्रतिशत से बढ़ाकर 100 प्रतिशत तक ले जाना है.
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी
और राज्य मंत्री के साथ-साथ अन्य राज्यों के शहरी विकास मंत्री भी मौजूद रहे.
Garbage Free India : पीएम स्वनिधि योजना स्ट्रीट वेंडर्स के लिए नई किरण
पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ‘आज शहरी विकास से जुड़े इस कार्यक्रम में,
मैं किसी भी शहर के सबसे अहम साथियों में से एक की चर्चा अवश्य करना चाहता हूं.
ये साथी हैं हमारे रेहड़ी-पटरी वाले, ठेला चलाने वाले- स्ट्रीट वेंडर्स.
इन लोगों के लिए पीएम स्वनिधि योजना, आशा की एक नई किरण बनकर आई है.’
हर दिन करीब एक लाख टन कचरा हो रहा प्रोसेस’
प्रधानमंत्री ने कहा, आज भारत हर दिन करीब एक लाख टन कचरा, प्रोसेस कर रहा है.
2014 में जब देश ने अभियान शुरू किया था तब देश में हर दिन पैदा होने वाले वेस्ट का 20 प्रतिशत से भी कम प्रोसेस होता था.
आज हम करीब 70 प्रतिशत डेली वेस्ट प्रोसेस कर रहे हैं. अब हमें इसे 100 प्रतिशत तक लेकर जाना है.