नई दिल्ली : IMD भारतीय मौसम विभाग के अनुमानों के मुताबिक 21 अक्टूबर तक 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भारी से बहुत ज्यादा भारी बारिश भी हो सकती है.
IMD कहा है कि उत्तर-पश्चिम भारत में 19 अक्टूबर तक भारी बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी
गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर समेत कई इलाकों में रविवार को भी काफी बारिश हुई है.
केरल में बारिश के बाद आई बाढ़ के चलते सेना उतारनी पड़ी है तो उत्तराखंड में भारी बारिश के अनुमानों ने राज्य सरकार को अलर्ट घोषित करने को मजबूर कर दिया है.
IMD ने रविवार को बयान जारी कर कहा है कि देश के विभिन्न हिस्सों में 21 अक्टूबर तक भारी बारिश की स्थिति जारी रहेगी.
अपने ताजा पूर्वानुमान में मौसम विभाग ने बताया है कि
उत्तर-पश्चिम भारत में अफगानिस्तान और पड़ोसी इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ की वजब से 19 अक्टूबर तक भारी बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी.
और उसके बाद इसमें अचानक गिरावट आ जाएगी.
वेदरमैन के अनुसार अफगानिस्तान और
देशों के ऊपर मौजूद पश्चिमी विक्षोभ के बंगाल की खाड़ी से आने वाली पूरवैईया हवाएं एक-दूसरे को प्रभावित कर रहे हैं.
उधर, 20 अक्टूबर से दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के एक बार फिर से पुरवईया हवाओं से प्रभावित होने की संभावना है.
इससे इन क्षेत्रों में व्यापक वर्षा के साथ कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती और यह स्थिति तीन से चार दिनों तक रह सकती है.
उधर बंगाल की खाड़ी से चलने वाली तेज हवाओं की वजह से पूर्वी भारत में 20 अक्टूबर तक भारी बारिश की संभावना है.
वहीं बंगाल की खाड़ी से चलने वाली तेज दक्षिणी और दक्षिणीपूर्वी हवाओं के चलते
उत्तर-पूर्वी भारत में 21 अक्टूबर तक भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान जताया गया है.
17 और 18 अक्टूबर को ओडिशा में, 17 से 20 अक्टूबर तक पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों में,
18 से 20 अक्टूबर के बीच पश्चिम बंगाल के उप-हिमालयी क्षेत्र और सिक्किम में,
18 से 19 अक्टूबर के बीच झारखंड में और
19 अक्टूबर को बिहार में हल्की से लेकर कहीं-कहीं भारी से बहुत ज्यादा भारी बारिश हो सकती है.
विशेष रूप से 17 और 18 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों में और
19 और 20 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल के उप-हिमालयी क्षेत्र और सिक्किम में कुछ जगहों पर भारी बारिश का अनुमान है.
मौसम व्यवस्था में जारी अलग-अलग गतिविधियों के चलते मौसम विभाग ने 17 से 19 अक्टूबर के बीच उत्तराखंड
और पश्चिम उत्तर प्रदेश में काफी व्यापक से मध्यम व्यापक वर्षा का अनुमान जताया है.
लेकिन, साथ ही छिटपुट स्थानों पर भारी से बहुत ही ज्यादा भारी बारिश की संभावना भी जताई है.
18 अक्टूबर के लिए मौसम विभाग ने उत्तराखंड और
उत्तर प्रदेश में छिटपुट जगहों पर भारी बारिश की भविष्यवाणी की है,
जिसके आधार पर उत्तराखंड सरकार ने अलर्ट भी जारी किया है.
इसी तरह हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़ और पूर्वी उत्तर प्रदेश में 17 से लेकर 18 अक्टूबर तक,
जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, पंजाब,
उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में 17 अक्टूबर तक काफी व्यापक से मध्यम व्यापक
और कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जाहिर की गई है.
राजधानी दिल्ली में मध्यम बारिश की संभावना शामिल है
और दिल्ली-एनसीआर में यह भविष्यवाणी रविवार को सही साबित हुई है.
उत्तर-पूर्वी भारत के लिए जो भविष्यवाणी खास तौर पर की गई है
उसके अनुसार 18 से 20 अक्टूबर तक बंगाल की खाड़ी से चलने वाली तेज हवाओं के चलते नगालैंड,
मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 18 से 20 अक्टूबर तक और अरुणाचल प्रदेश,
असम, मेघालय में 18 से 21 अक्टूबर तक भारी बारिश होने का अनुमान है.
19 और 20 अक्टूबर को अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में छिटपुट जगहों पर बहुत ही भारी वर्षा होने की संभावना भी जताई गई है.
उधर केरल में भारी बारिश और भूस्खलन के बीच भयंकर बाढ़ की स्थिति पैदा हुई है
और पच्चीस से ज्यादा लोगों की मौत के बाद सेना ने राहत और बचाव का काम संभाल लिया है.
हालांकि, केरल समेत दक्षिण भारत के बाकी इलाकों के लिए मौसम विभाग ने राहत की बात भी कही है.
इसके मुताबिक दक्षिण-पूर्व अरब सागर और उससे सटे केरल पर कम दबाव के क्षेत्र के कमजोर होने के कारण केरल,
कर्नाटक, तमिलनाडु और पुडुचेरी में बारिश 17 अक्टूबर से कम होने की उम्मीद है.