नई दिल्ली: UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव चुनाव होने हैं .
जिसकी तैयारी में सभी राजनैतिक दलों ने कमर कस ली है.
भाजपा के साथ ही कांग्रेस, सपा और बसपा भी इसकी तैयारियों में जुटी हुई है.
UP Election 2022 : सूत्रों के अनुसार भाजपा ने बसपा प्रमुख मायावती के सामने मजबूत प्रत्याशी उतारने का फैसला किया है.
सूत्रों के अनुसार भाजपा उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती के खिलाफ खड़ा करने के लिए तैयार है.
पार्टी सूत्रों ने पुष्टि की कि बेबी रानी मौर्य बसपा के ‘जाटव’ मतदाताओं को,
अपने जाटव होने के आधार पर लुभाने का प्रयास करेंगी.
वह बसपा के जाटव वोटरों में सेंध लगाने की दिशा में काम करेंगी.
अब तक, जाटव मायावती के पीछे मजबूती से रहे हैं और बेबी रानी मौर्य भी जाटव होने का दावा करती हैं.
इस सप्ताह की शुरुआत में जब पूर्व राज्यपाल लखनऊ पहुंचीं, तो उनका स्वागत पोस्टरों
और होर्डिंग्स से किया गया, जिसमें उनकी दलित उपजाति को प्रमुखता से दिखाया गया था.
पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि बेबी रानी मौर्य दलितों की बड़ी आबादी वाले जिलों में रैलियों को संबोधित करेंगी.
पदाधिकारी ने कहा, “अब तक हमने गैर-जाटव दलितों पर ध्यान केंद्रित किया था,
लेकिन अब हम जाटवों पर भी ध्यान देंगे, क्योंकि हमारे पास जाटव नेता हैं.”
उत्तर प्रदेश के 21 फीसदी दलित वोट बैंक में जाटवों का एक बड़ा हिस्सा है.
लगभग 11 फीसदी और यह समुदाय मायावती की राजनीतिक यात्रा का मुख्य आधार रहा है
जाटव वोट आधार में कोई कमी बसपा के लिए बुरी खबर होगी.
बेबी रानी मौर्य ने कहा, “मैं इस जाति में पैदा हुई थी.मेरा परिवार चमड़े और जूते का काम करता था और अब भी करता है.
लगभग तीन दशकों से, मैं जाटव के रूप में भाजपा के साथ हूं.”
इस बीच, बसपा ने बेबी रानी मौर्य के यूपी की राजनीति में आने पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.