पटना: Grand Alliance कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी राज्य में “सभी 40 सीटों” पर चुनाव लड़ेगी.
उनकी इस घोषणा से लालू प्रसाद की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल चकित रह गई.
राजद पर कनिष्ठ सहयोगी ने गठबंधन ”धर्म” का पालन नहीं करने का आरोप लगाया है.
राजद के राज्य अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने अविश्वास व्यक्त करते हुए प्रतिक्रिया व्यक्त की.
उन्होंने कहा, “जब आम चुनाव 2024 में होने हैं,
तो लोकसभा चुनाव के बारे में अभी बात करने का क्या तुक है.”
दास से यह सवाल भी किया गया कि क्या वह व्यक्तिगत राय प्रकट कर रहे हैं
या पार्टी “हाईकमान” के विचारों को रख रहे हैं,
क्योंकि माना जाता है कि लालू प्रसाद के गांधी परिवार के साथ अच्छे संबंध हैं.
उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘मैं विवाद में नहीं पड़ना चाहता… लेकिन कृपया यह समझें कि एआईसीसी का प्रभारी ऐसी बात नहीं कह सकता जो पार्टी की आधिकारिक लाइन से अलग हो.”
Grand Alliance के अंदर तकरार काफी बढ़ गया है.
अगले हफ्ते दो विधानसभा क्षेत्रों- तारापुर और कुशेश्वर स्थान में उपचुनाव होने हैं.
राजद ने कांग्रेस को विश्वास में लिए बिना दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी.
कांग्रेस ने पलटवार करते हुए दोनों सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की भी घोषणा कर दी.
यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कांग्रेस द्वारा कन्हैया कुमार को पार्टी में शामिल किए जाने के बाद तकरार बढी है,
क्योंकि माना जाता है कि उनकी तेजस्वी यादव से ‘प्रतिद्वंद्विता’ है.
जाति के आधार पर तेजस्वी आगे दिखते हैं लेकिन भाषण शैली को लेकर कुमार आगे प्रतीत होते हैं.
कुमार अभी दो सीटों के लिए प्रचार की खातिर राज्य में हैं.
उन्होंने इस बात को खारिज करते हुए कहा,
“कोई तुलना नहीं है. उनके (तेजस्वी के) माता-पिता मुख्यमंत्री रहे हैं.
मैं जमीन से शुरू कर रहा हूं.”
Grand Alliance कुमार ने इससे पहले बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी (बीपीसीसी) मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी की उन्हें हार्दिक पटेल और जिग्नेश मेवाणी जैसे लोगों को मंच देने के लिए सराहना की थी.
दो युवा नेताओं के बीच कथित प्रतिद्वंद्विता को लेकर विमर्श की शुरुआत 2019 के लोकसभा चुनावों में हुई,
जब कन्हैया कुमार ने अपने गृह नगर बेगूसराय क्षेत्र से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ा.