नई दिल्ली: Pakistan में महंगाई से लोग परेशान हैं.
पड़ोसी देश पाकिस्तान में चीनी कीमतें पेट्रोल से ज्यादा हो गई हैं.
Geo News की रिपोर्ट के मुताबिक,
सरकार के देश में जरूरी चीजों की कीमतों को काबू में करने को लेकर दिए भरोसे के बावजूद,
चीनी अलग-अलग शहरों में 150 रुपये प्रति किलोग्राम तक की कीमत पर बेची जा रही है.
जबकि, पेट्रोल वर्तमान में, 138.30 रुपये के दाम पर मिल रहा है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि पेशेवर के होलसेल बाजार में, कीमत की कीमत में 8 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी हुई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, शूगर डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष का कहना है
कि चीनी 140 रुपये प्रति किलोग्राम की कीमत पर बेची जा रही है,
जबकि इसकी रिटेल कीमत 145 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 150 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है.
क्या है कीमतों में बढ़ोतरी की वजह?
इस बीच लाहौर में, होलसेल बाजार में चीनी की कीमत गुरुवार को 126 रुपये प्रति किलोग्राम थी.
और रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है
कि चीनी के डीलर्स ने गैर-कानूनी तरीके से मुनाफा कमाने के लिए आर्टिफिशियल स्टोरेज बनाकर कीमतों बढ़ा दिया है.
कराची में, चीनी की एक्स-मिल कीमत अब इतिहास के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है.
शहर में चीनी 142 रुपये प्रति किलोग्राम के दाम पर मिल रही है.
इसमें एक दिन पहले के मुकाबले 12 रुपये की बढ़ोतरी देखी गई है.
पाकिस्तान के क्वेटा में भी समान स्थिति देखी जा रही है,
जहां चीनी की कीमत 124 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 129 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है.
Pakistan : इमरान खान ने किया था सब्सिडी पैकेज का ऐलान
इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को 120 अरब रुपये के सब्सिडी पैकेज का ऐलान किया था.
इसे उन्होंने देश का अब तक का सब्सिडी पैकेज कहा था.
इसमें 130 मिलियन लोगों को महंगाई से बचाने और समर्थन देने के लिए घी,
आटे और दालों पर 30 फीसदी का डिस्काउंट देने की बात कही गई थी.
आपको बता दें कि भारत में भी चीनी महंगी हुई है.
पिछले तीन महीनों में, देश में चीने के दाम में 5 रुपये प्रति किलोग्राम का इजाफा हुआ है.
वहीं, वैश्विक तौर पर भी चीनी बाजार पर दबाव बढ़ रहा है.
वैश्विक तौर पर ऊर्जा की कमी से चीनी के बाजार पर बोझ पड़ रहा है.
दुनिया के शीर्ष निर्यातक अब ज्यादा गन्ने को इथेनॉल में बदल रहे हैं.