लखनऊ: Jinnah controversy समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हाल में मोहम्मद अली जिन्ना को लेकर दिये गये अपने बयान के संदर्भ में शनिवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर इशारा करते हुए कहा कि ”मैं तो कहूंगा कि दोबारा किताबें पढ़ लें.”
Jinnah controversy पर पलटवार करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने सवाल किया है कि किताबें हिंदुस्तान की पढ़नी हैं या पाकिस्तान की.
सपा प्रमुख से शनिवार को जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट) के कार्यालय के उद्घाटन के मौके पर पत्रकारों ने जब सरदार वल्लभ भाई पटेल,
जवाहर लाल नेहरू और महात्मा गांधी के साथ पाकिस्तान के पहले गवर्नर जनरल मोहम्मद अली जिन्ना का जिक्र,
किये जाने के संदर्भ को स्पष्ट का आग्रह किया तो उन्होंने कहा कि ”मैं तो कहूंगा कि दोबारा किताबें पढ़ लें.”
यादव ने 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर हरदोई की एक जनसभा में कहा था,
”सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू
और जिन्ना ने एक ही संस्थान से पढ़ाई की और वे बैरिस्टर बने एवं उन्होंने आजादी दिलाई.
वे भारत की आजादी के लिए किसी भी संघर्ष से पीछे नहीं हटे.”
भाजपा ने जिन्ना की तुलना सरदार पटेल से किये जाने पर एतराज जताया.
शनिवार को यादव के बयान पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पलटवार करते हुए कहा
”जिन्ना के प्रति प्रेम अभी भी अटूट है— अखिलेश यादव जी किताब हिंदुस्तान की पढ़नी हैं या पाकिस्तान की.”
जब सपा प्रमुख से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस दावे के बारे में पूछा गया कि भाजपा जहां कहीं से भी कहेगी,
वहां से चुनाव वह लड़ने के लिए तैयार हूं,
अखिलेश ने कहा, ”अब बाबा मुख्यमंत्री को चुनाव नहीं लड़ना चाहिए क्योंकि वह (सत्ता से बाहर) जा रहे हैं.”
खुद चुनाव लड़ने के सवाल पर यादव ने कहा कि यह पार्टी तय करेगी.
उन्होंने कहा कि एक बार जब इस सवाल का जवाब दे देंगे तो अगला जवाब होगा कि किस निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे.
लखनऊ हवाई अड्डे पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा
और राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख जयंत चौधरी की मुलाकात के सवाल को नजर अंदाज करते हुए यादव ने कहा,
”इसका क्या मतलब है, अगर हम किसी से किसी रेस्त्रां में मिलें.”
बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर की मुलाकात के सिलसिले में अंसारी को टिकट देने के सवाल पर यादव ने पूछा कि
”ओमप्रकाश राजभर हमारे सहयोगी हैं और अभी तक इसकी जानकारी नहीं है.”
उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को सबसे खराब बताते हुए यादव ने कहा कि हिरासत में होने वाली मौतें सबसे ज्यादा हैं
एवं मानवाधिकार आयोग ने सबसे ज्यादा नोटिस उत्तर प्रदेश को भेजा है.
इटावा में मुख्यमंत्री द्वारा एक जेल का उद्घाटन करने पर तंज करते हुए,
यादव ने कहा कि ”भाजपा सरकार मेट्रो का एक स्टेशन नहीं बना पाई है.
मुख्यमंत्री जी जिस जेल का इटावा में उद्घाटन करने जा रहे हैं, सपा के ही काम का उद्घाटन करेंगे.
भाजपा ने अभी तक कोई काम नहीं किया है, रंग बदलने, नाम बदलने और उद्घाटन का उद्घाटन तथा शिलान्यास का शिलान्यास करने के अलावा उसने कुछ नहीं किया है.
भाजपा का एक ही काम है, बड़े पैमाने पर पैसे बांटकर वोट खरीदना.
अब मुख्यमंत्री जी और उनकी सरकार बस जाने वाली है.”
सपा प्रमुख ने कहा कि सत्ता में आने पर वह कन्नौज में
और पूर्वांचल “समाजवादी” एक्सप्रेस-वे पर भी सम्राट पृथ्वीराज चौहान की मूर्ति लगाएंगे और संग्रहालय भी बनेगा.
उन्होंने कहा, “हम पृथ्वीराज चौहान की जानकारी और इतिहास को बताने के लिए काम करेंगे और उनके खोए हुए गौरव को बहाल करने के लिए भी काम करेंगे.”
उन्होंने सवाल किया कि राज्य में कितनी फैक्टरियां लगाई गईं
और लाखों करोड़ के एमओयू होने के बाद कितने लोगों को रोजगार मिला है.