Omicron Variant : Corona pandemic और लॉकडाउन के 18-20 महीनों के बाद जैसे ही दुनिया अपने प्री-कोविड फेज में वापस लौटी,
वैसे ही South Africa में कोरोना वायरस के एक नए वेरिएंट ओमीक्रॉन (B.1.1.529) ने दस्तक दे दी.
वैज्ञानिक को शक है कि ये वेरिएंट कोविड के दबते प्रभाव को एक बार फिर से हवा दे सकता है
और भारत के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को पंगु बना सकता है.
दक्षिण अफ्रीका में ओमीक्रॉन वेरिएंट के 100 से अधिक मामलों का पता चला है.
यहां कोरोना का नया स्ट्रेन धीरे-धीरे फैलता जा रहा है.
वैज्ञानिकों का कहना है
कि अभी तक कोरोना का डेल्टा वेरिएंट सबसे तेजी से फैलने वाला वेरिएंट था.
हालांकि अब ओमीक्रॉन वेरिएंट को लेकर यह आशंका जताई जा रही है
कि यह भी तेजी से फैल सकता है अगर आवश्यक उपाय नहीं किए गए.
क्या ‘Omicron Variant’ से आएगी कोरोना की तीसरी लहर
वैज्ञानिक ने ओमीक्रॉन वेरिएंट से तीसरी लहर की उत्पत्ति का अंदेशा जताया है.
इसकी वजह यह भी है क्योंकि यह वेरिएंट डेल्टा से 7 गुना ज्यादा तेजी से फैल रहा है.
इतना ही नहीं, लोगों से लोगों में इसके संक्रमण का प्रसार भी डेल्टा (Delta Variant) के मुकाबले ज्यादा है.
जानकारी के मुताबिक, पहचाने जाने से पहले ही यह वेरिएंट 32 बार म्यूटेट हो चुका है.
भारत में फिलहाल इस वेरिएंट का कोई मामला अभी तक सामने नहीं आया है.
हालाकि एहतियात के तौर पर सिंगापुर समेत 13 देशों से आने वाले सभी पैसेंजर्स की गहन जांच की जाएगी.
ओमीक्रॉन (B.1.1.529) को लेकर दुनियाभर में तनाव पैदा हो गया है.
एक के बाद एक लगातार कई देशों ने यात्रा प्रतिबंध लगा दिया है.
दक्षिण अफ्रीका से आने वाली उड़ानों पर ऑस्ट्रिया, कनाडा, जर्मनी, ब्रिटेन, अमेरिका, इटली, इजरायल
और नीदरलैंड सहित कई देशों ने बैन लगा दिया है.
कोरोना वायरस का नया वेरिएंट सामने आने के बाद कनाडा ने भी उन यात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है,
जो अफ्रीका के दक्षिणी भाग की यात्रा करके वापस लौटे हैं.
WHO ने ओमीक्रॉन को बताया ‘चिंताजनक वेरिएंट’
वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक सलाहकार समिति ने दक्षिण अफ्रीका में पहली बार सामने आए कोरोना वायरस के नए
वेरिएंट को ‘बेहद तेजी से फैलने वाला चिंताजनक वेरिएंट’ करार दिया है
और ग्रीक वर्णमाला के तहत इसे ‘ओमीक्रॉन’ नाम दिया गया.
संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी द्वारा शुक्रवार को की गई यह घोषणा पिछले कुछ महीनो में
वायरस के नए प्रकार के वर्गीकरण में पहली बार की गई है.
इसी वर्ग में कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट को भी रखा गया था, जिसका प्रसार दुनियाभर में हुआ था.