नई दिल्ली : Corona : Omicron के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र सरकाने राज्यों को नए आदेश जारी किए हैं.
Corona : केंद्र ने कहा है कि जिन लोगों को खांसी, गले में खराश और बुखार है, उन्हें कोरोना संदिग्ध माना जाना चाहिए और कोरोना का टेस्ट कराया जाना चाहिए.
केंद्र सरकार ने राज्यों को निर्देश देते हुए कहा है कि खांसी, सिरदर्द, गले में खराश, सांस फूलना, शरीर में दर्द, स्वाद में कमी, थकान
और दस्त के साथ / बिना बुखार वाले किसी भी व्यक्ति को COVID-19 का एक संदिग्ध मामला माना जाना चाहिए,
जब तक कि अन्यथा साबित न हो.
दरअसल केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण
और आईसीएमआर के डीजी डॉ. बलराम भार्गव ने सभी राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को चिट्ठी लिखी है
जिसमें ये निर्देश दिए गए हैं. इसमें विभिन्न स्थानों पर चौबीसों घंटे कार्यात्मक आरएटी बूथ स्थापित करने, चिकित्सा
और पैरामेडिकल स्टाफ को शामिल करने और
घरेलू परीक्षण किट के इस्तेमाल के निर्देश भी दिए गए हैं.
केंद्र सरकार ने राज्यों को ये निर्देश ऐसे समय में दिए हैं
जब देश में ओमिक्रॉन के मामले आउट ऑफ कंट्रोल होते जा रहे हैं.
देश में ओमिक्रॉन के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 1270 से ज्यादा पहुंच गई है.
महाराष्ट्र और दिल्ली में ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा 450 और 320 मामले हैं.
केरल में ओमिक्रॉन के 44 नए मामले सामने आए हैं जिसके बाद राज्य में को
रोना के नए वेरिएंट का कुल आंकड़ा 107 पहुंच गया है. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने इस बारे में जानकारी दी.
वहीं कर्नाटक में ओमिक्रॉन के 23 नए मामले सामने आए हैं.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ सुधाकर ने बताया कि सामने आए 23 नए मामलों में से 19 संयुक्त राज्य अमेरिका,
यूरोप, मध्य पूर्व और अफ्रीका के अंतर्राष्ट्रीय यात्री हैं.
वहीं आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि कोरोनावायरस के Omicron Variant ने भारत में Delta Variant की जगह लेना शुरू कर दिया है.
भारत में कोरोना की दूसरी लहर के पीछे डेल्टा वेरिएंट का ही हाथ था.
इसके अलावा, दुनियाभर में डेल्टा वेरिएंट की वजह से ही मामलों में इजाफा हुआ था.
वहीं, अब ओमिक्रॉन वेरिएंट के तेजी से फैलने की वजह से भी चिंताएं बढ़ने लगी हैं.