नई दिल्ली: PM Modi की सुरक्षा पंजाब में चूक के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है.
एक ओर जहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस पूरी घटना पर चिंता जाहिर की है,
वहीं कैबिनेट की बैठक में सभी पंजाब सरकार के रवैये पर नाराजगी जताई है.
कैबिनेट सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि PM Modi की सुरक्षा में चूक होती है तो उस पर कठोर कदम उठाया जाना जरूरी हो जाता है.
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा में जो बड़ी चूक पंजाब में हुई,
उसके बाद सभी ने अपने- अपने विचार रखे हैं.
सुप्रीम कोर्ट और गृहमंत्रालय इसमें अपना काम कर रहा है. जब इस तरह की चूक होती है
तो उसपर जो उचित और कठोर कदम है कन्सर्न डिपार्टमेंट द्वारा उठाया जाएगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इसे घिनौनी राजनीति बताया.
उन्होंने कहा, कल हमारे प्रधानमंत्री पंजाब गए थे, जहां कांग्रेस की सरकार है.
क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि भारत का प्रधानमंत्री जाता हो और उसकी सुरक्षा में चूक हो जाए.
हम भी मुख्यमंत्री रहे हैं लेकिन ऐसी घिनौनी राजनीति हमने जिंदगी में कभी स्वीकार नहीं की.
वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा,
राजनीतिक विद्वेष इतना कैसा कि कांग्रेस प्रधानमंत्री की जिंदगी से खेल जाए.
मैं सोनिया गांधी और राहुल गांधी से कहना चाहता हूं कि राजनीतिक मतभेद ऐसा नहीं होता कि आप विद्वेष की अग्नि में जल उठो.
बता दें कि बुधवार की सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बठिंडा पहुंचे थे,
जहां से उन्हें हेलिकॉप्टर से हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाना था.
लेकिन बारिश और खराब विजिबिलिटी के चलते पीएम ने करीब 20 मिनट तक मौसम साफ होने का इंतजार किया.
जब मौसम में सुधार नहीं हुआ, तो यह तय किया गया कि वह सड़क मार्ग से राष्ट्रीय शहीद स्मारक का दौरा करेंगे,
जिसमें 2 घंटे से अधिक समय लगना था.
गृह मंत्रालय ने बताया कि डीजीपी पंजाब पुलिस द्वारा आवश्यक सुरक्षा प्रबंधों की आवश्यक पुष्टि की गई थी.
इसके बाद प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से यात्रा करने के लिए आगे बढ़े.
हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक से लगभग 30 किलोमीटर दूर,
PM Modi का काफिला जब एक फ्लाईओवर पर पहुंचा, तो पाया गया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क को ब्लॉक किया हुआ था.
इसने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी को 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहना पड़ा.
यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ी चूक थी.