लखनऊ : Elections : उत्तर प्रदेश में शनिवार को कोरोना वायरस के 6411 नए कोरोना केस सामने आए हैं.
इस दौरान 171 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया.
प्रदेश में अभी 18,551 एक्टिव केस (Active Cases) है.
इसमें से 18,184 मरीज होम आइसोलेशन (Home Isolation) में हैं.
वहीं आज यानी शनिवार को यूपी में चुनावों (UP Assembly Election) की तारीखों की घोषणा भी हो चुकी है.
पिछले दो दिनों में उत्तर प्रदेश में कोरोना के आंकड़े लगभग दोगुना हो चुके हैं.
पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से 6 लोगों की मौत हो चुकी है.
दो दिन पहले यूपी में 3121 नए मामले सामने आए थे.
वहीं शनिवार को लखनऊ में कोरोना के 867 नए मामले सामने आए हैं.
प्रदेश में सबसे ज्यादा मामले गौतमबुद्ध नगर से सामने आए हैं.
यहां नए संक्रमितों की संख्या 1141 पहुंच गई है.
कोरोना के आंकड़ों ने बढ़ाई चिंता
अब चुनावों के बीच कोरोना के बढ़ते मामलों ने सभी की चिंता बढ़ा दी है.
जहां सरकार को सत्ता के साथ-साथ चुनाव पर भी ध्यान देना हैं.
वहीं विपक्ष के लिए भी बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच चुनावों की तैयारी करना एक बड़ी चुनौती होगी.
चुनाव आयोग ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते 15 जनवरी तक रोड यात्रा,
पदयात्रा, बाइक रैली, साइकिल यात्रा और फिजिकल रैली पर पूरी तरह से प्रतिबंध होगा.
इस दौरान कोई भी फिजिकल रैली नहीं हो सकेगी. पार्टियां डिजिटल और वर्चुअल तरीकों से प्रचार कर सकती हैं.
वहीं डोर टू डोर कैंपेन के दौरान भी 5 लोगों ही इजाजत दी जाएगी.
15 जनवरी के बाद कोरोना की स्थिति और दिशानिर्देशों के हिसाब से चुनाव आयोग आगे निर्देश देगा.
Elections : 7 चरणों में होंगे चुनाव
उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में चुनाव आयोजित कराए जाएंगे. इसके तहत 10 फरवरी से 7 मार्च तक वोटिंग की जाएगी.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे.
चुनाव आयोग के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी को पहले चरण के तहत मतदान किया जाएगा.
इसके बाद दूसरे चरण का 14 फरवरी, तीसरे चरण का 20 फरवरी,
चौथे चरण का 23 फरवरी, पांचवे चरण का 27 फरवरी, छठे चरण का 3 मार्च और सातवें चरण का 7 मार्च को मतदान होगा.
मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) सुशील चंद्रा ने कहा कि रात 8 बजे से सुबह 8 बजे के बीच कोई सभा नहीं होगी.
सार्वजनिक सड़कों पर कोई नुक्कड़ सभा नहीं होगी. चुनाव नतीजों के बाद कोई विजय जुलूस नहीं निकाला जाएगा.
आगे स्थिति की समीक्षा के बाद ही चुनाव प्रचार के लिए राज्यों में कोविड से संबंधित दिशानिर्देश के अनुसार कार्यक्रमों की अनुमति दी जाएगी.