Kashi Vishwanath Temple : वाराणसी में कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में भक्तों के प्रवेश पर अगले आदेश तक के लिए रोक लगा दी गई है.
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह फैसला किया गया है.
वाराणसी में पिछले तीन दिनों से कोरोना के नए मामलों में अचानक तेजी आ गई है.
शहर में अन्य पाबंदियां भी सोमवार से लागू की गई हैं.
रविवार को काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने कहा कि दूसरे शहरों से रोजाना बड़ी संख्या में लोग बाबा के दर्शन पूजन को आ रहे हैं.
भक्तों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे इसलिए यह निर्णय किया गया है.
उन्होंने मंदिर प्रशासन को सेनेटाइजेशन और थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था और सुदृढ़ करने का निर्देश भी दिया है.
वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद से भारी भीड़ उमड़ रही है.
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मंदिर और जिला प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.
अब भक्तों को बाहर से ही झांकी दर्शन कराया जाएगा। जलाभिषेक के लिए गर्भगृह के पास विशेष पात्र लगाए जाएंगे.
नए साल की शुरुआत के साथ ही धाम में लोगों की भारी भीड़ दिखाई देनी शुरू हो गई थी.
साल के पहले दिन तो आसपास के मुहल्ले भी लोगों की भीड़ के कारण ठसाठस हो गए थे.
तभी से वरिष्ठ अधिकारियों ने मंथन शुरू कर दिया था.
पीतल के विशेष पात्र (अर्घ्या) के जरिए भक्तों को जलाभिषेक व दुग्धाभिषेक की व्यवस्था हो गई है.
अधिकारियों की मानें तो काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद सामान्य दिनों से पांच से आठ गुना ज्यादा भक्त पहुंच रहे हैं.
प्रशासन की तैयारी के मुताबिक गर्भगृह में केवल अर्चक, पुजारी और सेवादारों को प्रवेश दिया जाएगा.
दैनिक पूजन और आरती की व्यवस्था निरंतर परम्परागत तरीके से जारी रहेगी.
सेवादारों को केवल सफाई के लिए प्रवेश दिया जाएगा.
यह व्यवस्था वर्तमान में चल रही है
मुख्य सचिव और DGP ने जाना सुरक्षा व्यवस्था का हाल
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र और पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल रविवार दोपहर काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे.
उन्होंने सबसे पहले बाबा विश्वनाथ का दर्शन-पूजन किया.
फिर उन्होंने धाम में श्रद्धालुओं की सुरक्षा
और उनके आवागमन की अफसरों से जानकारी ली.
मुख्य सचिव ने विश्वनाथ धाम की सुरक्षा व प्रबंधन की कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया.
उन्होंने कहा कि सुरक्षा, भीड़ प्रबंधन व बाबा के सुलभ दर्शन का बेहतर प्रबंध करें.
मुख्य सचिव पद संभालने के बाद उनका यह पहला काशी दौरा था.