लखनऊ: सपा सांसद आजम खान (SP MP Azam Khan) के बेटे अब्दुल्ला आजम (Abdullah Azam)अब जेल से आजाद हो गए हैं. सीतापुर जेल में बंद अब्दुल्ला को जेल से रिहा कर दिया गया है.
पिता आजम खान के साथ बेटे अब्दुला सीतापुर जेल में सजा काट रहे थे, उनपर 43 मुकदमें दर्ज थे.
रिहाई के कागजों में गलती की वजह से अब्दुल्ला की रिहाई देरी से हो सकी.
सपा नेता की रिहाई से उनके समर्थकों में खुशी की लहर है.
पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम (Abdullah Azam) की रिहाई की खबर सुनते ही सीतापुर जिला जेल के बाहर उनके समर्थकों का जमावड़ा लग गया.
जेल के बाहर मौजूद पुलिस ने सपा नेता के समर्थकों से जिला जेल से दूर खड़े होने
और कोरोना नियमों का पालन करने के निर्देश दिए.
जेल से रिहा होते ही अब्दुल्ला आजम ने यूपी सरकार पर बड़ा हमला बोला.
सपा नेता ने कहा कि उनके बीमार पिता को फ़र्ज़ी मुकदमों में फंसाकर एक 2 साल से जेल में बंद किया हुआ है.
अब्दुल्ला ने कहा, मेरे वालिद के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज किए गए
और बेगुनाह बीमार आदमी को जेल भेजा गया.
आज भी रुकावट डाली जा रही है उनकी जमानत होने में मुझे उम्मीद है कि न्यायालय मेरे परिवार को इंसाफ देगा.
बता दें कि आजम खान आर अब्दुल्ला आजम 26 फरवरी 2020 से सीतापुर जेल में बंद थे.
अब्दुल्ला पर करीब 43 मामले दर्ज थे. खबर के मुताबिक अब उन्हें सभी मामलों में जमानत मिल चुकी है.
बेटे अब्दुल्ला की रिहाई के बाद भी सपा सांसद आजम खान फिलहाल जेल में ही रहेंगे.
दरअसल आजम खान को अभी कुछ केस में जमानत नहीं मिली है.
Abdullah Azam ने 2017 में सपा के टिकट पर रामपुर की स्वार विधानसभा सीट से विधानसभा चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी.
कांग्रेस उम्मीदवार नवाब काजी अली और सुना वेद मियां ने उनकी उम्र को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी.
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने मामला सही पाए जाने के बाद अब्दुल्ला का निर्वाचन रद्द कर दिया था.
यह मामले अभी भी सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है.
अब्दुल्ला पर सही उम्र छिपाकर चुनाव लड़ने का आरोप है.
दरअसल चुनाव लड़ने के समय उनकी उम्र नियम के हिसाब से कम थी.
अब्दुल्ला को अब सभी 43 मुकदमों में जमानत मिलने के बाद जेल की सलाखों से आजादी मिल गई है.