नई दिल्ली:Paraakram divas पर पीएम मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर रविवार को इंडिया गेट पर उनकी होलोग्राम स्टैच्यू का अनावरण किया.
यहीं पर नेताजी की आदमकद प्रतिमा जल्द ही स्थापित की जाएगी.
प्रधानमंत्री मोदी ने Paraakram divas पर संबोधन में कहा कि देश के स्वाधीनता संग्राम में नेताजी का योगदान अविस्मरणीय है.
आजादी के संघर्ष में अहम योगदान देने वाले इन नायकों को अब याद किया जा रहा है.
पीएम मोदी ने सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार भी बांटे.
ये पुरस्कार 2019, 2020, 2021 और 2022 के लिए बांटे गए,समारोह के दौरान कुल सात सम्मान बांटे गए.
उन्होंने कहा कि जल्द ही इस होलोग्राम प्रतिमा के स्थान पर ग्रेनाइट की विशाल प्रतिमा भी लगेगी.
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उन्होंने कहा कि ये प्रतिमा आजादी के महानायक को कृतज्ञ राष्ट्र की श्रद्धांजलि है.
केंद्र सरकार ने इस साल गणतंत्र दिवस समारोह को 23 जनवरी से शुरू करने का भी फैसला किया है,
जो नेताजी की जयंती का दिन है.
होलोग्राम प्रतिमा रोशनी के जरिये आभासी तरीके से दिखाई जाती है.
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले साल देश ने नेताजी की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाना शुरू किया है.
आज इस अवसर पर सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार भी दिए गए हैं.
नेताजी के जीवन से प्रेरणा लेकर ही इन पुरस्कारों को देने की घोषणा की गई थी.
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर पीएम मोदी ने कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि पिछले वर्ष,
आज के ही दिन मुझे कोलकाता में नेताजी के पैतृक आवास भी जाने का अवसर मिला था.
पराक्रम दिवस (Paraakram divas) के मौके पर
पीएम मोदी ने कहा कि हमने Relief, Rescue और Rehabilitation पर जोर देने के साथ ही Reform पर भी बल दिया है.
हमने NDRF को मजबूत किया, उसका आधुनिकीकरण किया, देश भर में उसका विस्तार किया.
टेक्नोलॉजी से लेकर प्लानिंग और मैनेजमेंट तक, best possible practices को अपनाया गया.
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि पहले एक-एक साइक्लोन में सैकड़ों लोगों की मृत्यु हो जाती थी,
लेकिन पिछले दिनों आए साइक्लोन में ऐसा नहीं हुआ.
देश ने हर चुनौती का जवाब एक नई ताकत से दिया.
इन आपदाओं में हम ज्यादा से ज्यादा जीवन बचाने में सफल रहे.
Paraakram divas प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन क्षेत्रों में भूकंप, बाढ़ या साइक्लोन का खतरा ज्यादा रहता है,वहां पर पीएम आवास योजना के तहत बन रहे घरों में भी आपदा प्रबंधन का ध्यान रखा जाता है.
उत्तराखंड में चारधाम महा परियोजना में भी आपदा प्रबंधन का ध्यान रखा गया है.
उन्होंने कहा कि हमारे सामने आजादी के सौंवे साल से पहले नए भारत के निर्माण का लक्ष्य है.
नेताजी को देश पर विश्वास था, उनके ही भावों के कारण मैं कह सकता हूं कि दुनिया की कोई भी ताकत नहीं है
जो भारत को इस लक्ष्य तक पहुंचने से रोक सके.
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव का संकल्प है कि भारत अपनी पहचान और प्रेरणाओं को पुनर्जीवित करेगा.
ये दुर्भाग्य रहा कि आजादी के बाद देश की संस्कृति और संस्कारों के साथ ही
अनेक महान व्यक्तित्वों के योगदान को मिटाने का काम किया गया.