नई दिल्ली:रालोद चीफ जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये परीक्षा की घड़ी है. भाईचारा जिंदाबाद का नारा हमारा है, लेकिन इससे किसको एलर्जी है आपको पता है.इज्जत मान-सम्मान से खिलवाड़ हो रहा है.
Jayant Chaudhary ने कहा कि योगी सरकार युवाओं को नौकरी नहीं दे सकते हैं तो लाठी मार रहे हैं.
गृह मंत्री अमित शाह की जाट नेताओं के साथ बुधवार को हुई बैठक को लेकर
चौधरी ने कहा कि जब लखीमपुर में किसानों को रौंदा गया तो ये कहां थे और कल बैठक कर रहे थे.
बीजेपी के ऑफर पर रालोद चीफ ने कहा कि मैं कोई चवन्नी नहीं हूं, जो ऐसा करके पलट जाऊंगा.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की बहुत सारी समस्या है. हम सत्ता में भी आएंगे, तब भी सारी समस्या खत्म नहीं होगी.
हमारी सरकार में नागरिकों के ऊपर लाठी नहीं चलेगी.
आप सतर्क रहे, चंद दिन बाकी हैं. अपने बीच नफरत मत पलने देना.
Jayant Chaudhary ने कहा कि ‘गृहमंत्री ने मुझे कोई आफर नहीं दिया ये अब जोड़तोड़ की राजनीति करना चाहते हैं. बीजेपी के लोग सरकार में मलाई खाने के लिए हैं.
चुनाव के बाद बीजेपी जाने की बात निराधार है,
इस तरह का मेरा एक भी बयान नहीं है. ये सब निराधार बातें हैं.
मुजफ्फरनगर किसान के लिए क्रांति भूमि है. नफरत की प्रयोगशाला मुजफ्फरनगर के लोग नहीं बनने देंगे.
एक आध जगहों पर टिकट मांगने वालों के बीच मायूसी रहती है लेकिन अब सब ठीक है.
जो लोग कोशिश कर रहे हैं देश की फिजा बिगाड़ने का हम मुजफ्फरनगर से ही भाईचारे का नारा देंगे.
रालोद चीफ जयंत चौधरी ने कहा कैराना में हिन्दू पलायन का मुद्दा फर्जी है.’
उन्होंने बताया कि वो मुजफ्फरनगर में शुक्रवार को अखिलेश के साथ प्रेस कान्फ्रेंस करके चुनाव प्रचार का विधिवत आगाज करेंगे.
चौधरी ने कहा कि हमारे नौजवान व्हाट्सअप फारवर्ड को सही समझ लेते हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि तोड़-मरोड़ कर हमारे बयान के वीडियो बनाए जा रहे हैं. हमारी लड़ाई पहचान के लिए है.
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा के मुताबिक,
कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने के बाद भी पश्चिमी यूपी में स्थितियों को भाजपा के और अनुकूल बनाने के प्रयासों के तहत
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को जाट नेताओं से संवाद किया.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बैठक में रालोद के समाजवादी पार्टी (सपा) से गठबंधन का उल्लेख करते हुए
शाह ने कहा कि जयंत चौधरी ‘‘गलत घर” में चले गए हैं.
यह बैठक दिल्ली से भाजपा के सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा के आवास पर हुई
और इसे ‘‘सामाजिक भाईचारा बैठक” का नाम दिया गया था.
वर्मा ने बैठक के बाद जयंत चौधरी को भाजपा गठबंधन में आने का प्रस्ताव दे दिया
और कहा कि भाजपा के दरवाजे उनके लिए खुले हैं.