Russia Ukraine conflict : रूस-यूक्रेन संघर्ष पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भारतीय समयानुसार आज रात 11:30 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे.
इससे पहले साढ़े 12 बजे का समय निर्धारित किया गया था लेकिन पुतिन के एक्शन के बाद बाइडेन के कार्यक्रम में बदलाव किया गया
व्हाइट हाउस ने साढ़े 11 बजे अमेरिकी राष्ट्रपति के संबोधन का समय निर्धारित किया है.
बता दें कि संबोधन के दौरान बाइडेन रूस पर प्रतिबंध का ऐलान कर सकते हैं.
यूक्रेन संकट को लेकर ब्रिटेन ने रूस पर प्रतिबंध लगा दिया. ब्रिटेन ने रूस के 5 बड़े बैंको को बैन कर दिया.
वहीं, जर्मनी ने रूसी पाइपलाइन प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया. उधर, जापान ने भी रूस पर प्रतिबंध लगाने की बात कही है.
दरअसल, रूस के खिलाफ अमेरिका दुनिया को लामबंद करने में जुट गया है.
उधर, रूस की संसद ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को सैन्य कार्रवाई करने की इजाजत दे दी है.
रूसी मीडिया के मुताबिक, LPR और DPR में मिलिट्री ऑपरेशन हो सकता है.
नाटो ने कहा है कि रूस का यूक्रेन पर पूरी ताकत से हमले का प्लान बना रहा है.
इसके लिए हमारे 100 से ज्यादा फाइटर जेट अलर्ट पर है.
Russia Ukraine conflict : संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में ब्रिटेन की राजदूत ने क्या कहा
यूक्रेन पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक आपातकालीन बैठक में ब्रिटेन की राजदूत बारबरा वुडवर्ड ने कहा,
‘ब्रिटेन अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन और
यूक्रेन की संप्रभुता-अखंडता पर हमले के जवाब में रूस पर नए प्रतिबंध लगाने का ऐलान करेगा.
इसकी किसी भी कार्रवाई के गंभीर आर्थिक नतीजे होंगे.’
उन्होंने कहा कि इस परिषद को एकजुट होकर रूस से तुरंत तनाव कम करने का आह्वान करने समेत एक संप्रभु राष्ट्र के खिलाफ आक्रामकता की निंदा करनी चाहिए.
उन्होंने यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता की एकजुट होकर रक्षा करने की बात कही.
यूके के विदेश सचिव लिज ट्रस ने पुष्टि की कि रूस से जुड़े लोगों और संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी चल रही है
और इसके लिए हालिया कानूनों का इस्तेमाल किया जाएगा.
इस महीने की शुरुआत में ब्रिटिश सरकार ने नया कानून पारित किया जिसमें यूक्रेन में रूसी कार्रवाई से जुड़े लोगों पर प्रतिबंध लगाने की शक्तियों में बढ़ोतरी की गई है.
इस कानून ने सरकार को रासायनिक, रक्षा, सूचना
और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) और वित्तीय सेवा उद्योग जैसे रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में रूसी व्यवसायों
और व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगाने की शक्तियां दी गई हैं.
अमेरिका, फ्रांस और यूरोपीय संघ सहित ब्रिटेन के कई पश्चिमी सहयोगियों ने पुतिन के कदम की निंदा करते हुए प्रतिबंध लगाने का वादा किया है.
पुतिन ने किया था स्वतंत्र देश का ऐलान
पुतिन ने स्व-घोषित पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ दोनेस्क और पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ लुहान्स्क के रूप में पूर्वी यूक्रेन
के दो क्षेत्रों की आजादी को मान्याता देने वाली एक राजाज्ञा पर हस्ताक्षर किए हैं,
जिसकी पश्चिमी देश निंदा कर रहे हैं.
रूसी समर्थित विद्रोही वर्ष 2014 से उन क्षेत्रों में यूक्रेनी सेना से लड़ रहे हैं.
आशंका है कि रूस द्वारा मान्यता प्राप्त क्षेत्रों पर कब्जा करने के लिए सैन्य बल यूक्रेन की सीमाओं को पार कर सकते हैं.
पुतिन ने कहा है कि दो विद्रोही क्षेत्रों में जाने वाले सैनिक ‘शांति व्यवस्था’ का काम पूरा करेंगे.