मुंबई:राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक (Nawab Malik) दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं.
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ कार्रवाई करने के बाद,
अब जांच एजेंसी प्रर्वतन निदेशालय (ED) ने मलिक (Nawab Malik) के परिवार पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है.
प्रर्वतन निदेशालय ने दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में नवाब मलिक के भाई कप्तान मलिक को तलब किया है.
बताते चलें कि प्रर्वतन निदेशालय (ED) ने दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में नवाब मलिक को 3 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेजा गया है.
नवाब मलिक महाराष्ट्र सरकार में मंत्री हैं और उनकी दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तारी के बाद
अब बीजेपी महाराष्ट्र की उद्धव सरकार पर उनके इस्तीफे का दबाव बना रही है.
मंत्री नवाब मलिक पर कथित मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद के वित्तपोषण में संलिप्तता के आरोप लगे हैं.
उन पर आरोप है कि वो अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से संबंधित जमीन डील से जुड़े रहे हैं.
ईडी अंडरवर्ल्ड से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही है.
ईडी ने हाल ही में अंडरवर्ल्ड के खिलाफ केस दर्ज कर कई ठिकानों पर छापेमारी भी की थी.
इस मामले में कुच हफ्ते पहले दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को भी दबोचा गया था.
प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों के अनुसार कुछ अहम सबूतों से जानकारी मिली है कि महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) और दाऊद इब्राहिम के सहयोगियों के बीच लेनेदेन हुआ था.
इससे पहले जांच एजेंसी की टीम एनसीपी नेता और राज्य सरकार में मंत्री नवाब मलिक से पूछताछ की थी
और इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
पिछले चार महीनों में केंद्रीय एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किए जाने वाले मलिक दूसरे वरिष्ठ एनसीपी नेता हैं.
इससे पहले राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को पिछले साल नवंबर में मनी लॉन्ड्रिंग के अन्य कथित मामले में हिरासत में लिया गया था .