लखनऊ: Swami Prasad Maurya पूर्व कैबिनेट मंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता के काफिले पर कुशीनगर में प्रचार के दौरान पथराव हुआ है. पथराव में कार के शीशे टूट गए.
मौर्य ने बीजेपी पर इस हमले का आरोप लगाया है.
तीन मार्च को यूपी के 10 जिलों की 57 सीटों पर मतदान होगा.
चुनाव के एक दिन पहले कुशीनगर की फाजिलनगर सीट पर मंगलवार को सियासी घमासान चरम पर पहुंच गया.
स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री थे, गौरतलब है कि राज्य में विधानसभा चुनाव के कुछ समय पहले ही वे बीजेपी छोड़ सपा में शामिल हुए हैं.
मौर्य ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला करने का आरोप लगाया है.
उन्होंने बताया कि पथराव के कारण कई गाड़ियों के शीशे चटख गए हैं.
घटना खलवा पट्टी गांव में उस वक्त हुई जब स्वामी प्रसाद मौर्य अपने समर्थकों के प्रचार करने जा रहे थे.
घटना को लेकर सपाइयों में आक्रोश है, स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थकों ने सड़क जाम की.
सपा प्रत्याशी स्वामी प्रसाद के अलावा उनकी बेटी और बीजेपी सांसद संघमित्र मौर्य भी मौके पर पहुंची.
बीजेपी से सांसद संघमित्र मौर्य ने अपनी ही पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं पर मारपीट का आरोप लगाया.
फाजिलनगर सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे,
स्वामी प्रसाद मौर्य की बीजेपी सांसद बेटी संघमित्रा मौर्य खुलकर उनके समर्थन में आ गईं.
इतना ही नहीं संघमित्रा ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर उन्हें घेरने का आरोप लगाते हुए,
फाजिलनगर की महिलाओं से अपने पिता को वोट देने की अपील की.
स्वामी प्रसाद इस बार कुशीनगर की फ़ाज़िलनगर सीट से समाजवादी पार्टी प्रत्याशी हैं.
यूपी में चुनाव के पहले ही दिन से वे अपने प्रचार में 85 बनाम 15 की बात कर रहे हैं.
पिछले दिनों बातचीत करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने चुनाव में समाजवादी पार्टी की जीत का दावा किया था.
Swami Prasad Maurya ने कहा कि इस बार चुनाव में यूपी में योगी आदित्यनाथ के ख़िलाफ़ लहर है. सभी चरणों में अखिलेश यादव हरा रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘मेरे आने से बीजेपी को बहुत नुक़सान हो गया.
ये चुनाव 80 बनाम 20 का नहीं बल्कि 85 बनाम 15 का है.
85 में दलित, पिछड़े लोग हैं जिनके अधिकार मारने का काम हुआ है और और जो 15 है उसमें भी बंटवारा है.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने फाजिलनगर सीट से सपा के टिकट पर ताल ठोंक दी तो भी बेटी संघमित्रा भाजपा में ही रहीं.
लेकिन पिछले कुछ दिनों से फाजिलनगर में उनकी सक्रियता की खबरें आ रही थीं.
पिछले दिनों फाजिलनगर के जौरा-मगुलही गांव में बीजेपी सांसद संघमित्रा मौर्य को देखे जाने पर
मीडियाकर्मियों से उनसे स्वामी प्रसाद मौर्य का प्रचार करने को लेकर सवाल पूछे.
तब संघमित्रा ने साफतौर पर इससे इनकार करते हुए कहा कि वह बतौर सांसद कहीं भी आ-जा सकती हैं.
संघमित्रा ने कहा था कि उन्होंने पार्टी हाईकमान को पहले ही बता दिया था कि वो फाजिलनगर में बीजेपी का प्रचार नहीं करेंगी. वह यहां वह स्वतंत्र रूप से यहां घूम रही हैं.
उनके यहां आने का पिता के प्रचार से कोई लेना-देना नहीं है.
लेकिन मंगलवार को संघमित्रा ने मीडिया को दी बाइट में साफ तौर पर कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उन्हें भी घेर लिया था.
यूपी में सात चरणों में मतदान होना है और परिणाम 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे.
वैसे तो इस बार चुनावी मैदान में सत्तारूढ़ बीजेपी के अलावा समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी के अलावा आम आदमी पार्टी भी है
लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच ही होने की संभावना है.